आदि कैलाशा से पीएम ने दिया धर्म का संदेश…देवभूमि है सनातन का प्रदेश !
कैलाशा से पीएम मोदी का शंखनाद…शिव की भक्ति में झूम उठे पीएम मोदी !
सबसे ऊंचे पर्वत पर पीएम ने लगाया ध्यान…कैलाशा से बढ़ाएंगे देश की शान !
15 हजार फीट की ऊंचाई…पुरानी परंपराओं को समेटकर विधिवत पूजा अर्चना….डमरू का वादक…कैलाशा से पीएम मोदी का शंखनाद…ये तस्वीरें अद्भुत है…अकल्पनीय है…अविश्वसनीय है…बहुत ही अलग और रोचक है…पीएम मोदी जब भी किसी दौरे पर रहते हैं…कुछ न कुछ अलग देखने को मिलता है…पीएम के कार्यक्रम को लेकर जितनी तारीफ की जाए कम है…पीएम मोदी के इस दौरे में कई खास तस्वीरें भी छिपी हैं…लेकिन इस बार बहुत कुछ अलग है…और बहुत कुछ नया भी…पीएम मोदी ने इस बार जो संदेश दिया है…वो आदि कैलाशा से दिया है….उत्तराखंड को लेकर पीएम मोदी का ये अलग रंग और रूप कई समीकरण को जन्म देता है..ये शिव भक्ति भी है…और राजनीतिक शक्ति भी है…कहते हैं न की कुछ तस्वीरें ही बोल देती हैं…उन्हें समझने की जरुरत नहीं पड़ती…पीएम मोदी की ये तस्वीर भी वहीं हैं,.,जो बार बार शिव की साधना को पुकार रही हैं…और नया शंखनाद दे रही हैं….तस्वीर देखिए…तपस्या की ये अनोखी मूवमेंट है…कैलाशा पर्वत के सामने…पीएम मोदी की तपस्या…बताती है…कि पीएम मोदी देश को क्या संदेश देना चाहते हैं…
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देवभूमि उत्तराखंड को करोड़ों की सौगात दी…ये पूरा कार्यक्रम पिथौरागढ़ के पार्वती कुंड में किया गया…इस दौरान पीएम मोदी ने एक बार फिर से अलग नजर आए…और अपने विरोधिय़ों को कड़ा संदेश दे दिया…पीएम मोदी ने् अभी बोला नहीं था…लेकिन तस्वीरों से जो संदेश दिया वो वाकई में विपक्ष को हैरान करने वाली है…पीएम मोदी की शिवभक्ति कोई नया नहीं है…इससे पहले भी पीएम मोदी को शिवभक्ति में लीन देखा गया है…चाहे वो महाकाल कॉरिडोर का उद्घाटन हो…या फिर काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का लोकार्पण हो…या यूं कहें केदारनाथ की गुफा में ध्यान लगाना हो…पीएम मोदी की शिवभक्ति हमेशा दिखी है…हर साल दिखी है…यही वदह है कि…विपक्ष को पीएम मोदी की काट निकालने् का फॉर्मूला अभी तक नहीं मिल पाया है…अब आदि कैलाशा से पीएम मोदी ने क्या संदेश दिया है…जरा उस पर भी नजर डालिए…
सामने लोकसभा का चुनाव है..हर दल अपने अपने समीकरण में लगे हैं…तो पीएम मोदी देवभूमि से सनातन का संदेश दे रहे हैं…पीएम मोदी ये संदेश ऐसे वक्त में दे रहे हैं…जब लोकसभा का चुनाव होने वाला है…उससे पहले 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव है….औऱ देश में इस समय सनातन को खत्म करने और सनातन के विरोधिय़ों की टोली चल रही है…ऐसे वक्त में पीएम मोदी ने ये तरीका निकाला…और पहुंच गए 15 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित आदि कैलाशा…पीएम मोदी उत्तराखंड में जिस जगह गए हैं…वहां आज तक कोई प्रधानमंत्री नहीं गया है…पीएम मोदी ऐसे पहले व्यक्ति हैं…जिन्होंने आदि कैलाशा जाकर तप किया है…शिव को ध्यान किया है…
आदि कैलाशा आध्यात्मिक महत्व के लिए जाना जाता है….पीएम मोदी आध्यात्म का संदेश देने के लिए ही पहुंचे…जो कि अपने आप में एक बड़ा संदेश है…कहा जाता है कि..यहां पर ऋषि मुनियों ने तपस्या की है…पीएम मोदी जागेश्वर मंदिर भी गए…जिसके बारे में भी काफी इतिहास रहा है…जागेश्वर मंदिरों का निर्माण कत्यूरी राज के कालखंड में हुआ था….जागेश्वर धाम के प्राचीन मंदिर प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर इस क्षेत्र में सदियों से आध्यात्म के दर्शन करा रहे हैं….. यहां लगभग छोटे-बडे 224 मंदिर स्थित हैं…. मंदिरों का निर्माण लकडी और सीमेंट की जगह पत्थर की बडी-बडी शिलाओं से किया गया है….दरवाजों की चौखटें देवी देवताओं की प्रतिमाओं से सुशोभित हैं…..मंदिरों के निर्माण में तांबे की चादरों और देवदार की लकडी का भी इस्तेमाल किया गया है….