देवभूमि में रफ्तार के साथ बढ़ रही आफत, 50% से ज्यादा हो गई बढ़ोतरी | Uttarakhand News

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अब से दो चार साल पहले ऐसा कोई सोचा नहीं था… देवभूमि में ऐसा हो सकता है… लेकिन अब ऐसा हो रहा है
जिस रफ्तार में देवभूमि में ये बढ़ रहा है… रुकने का नाम नहीं ले रहा है… वो वाकई में हैरान करने वाला है
कहा जा रहा है… उत्तराखंड में ये 50 फीसदी से ज्यादा बढ़ा है… जिसने भी सुना… सर पर हाथ रखकर बैठ गया

वाकई में उत्तराखंड ऐसा ही हो रहा है… सुनेंगे तो अच्छा नहीं लगेगा… सोच में पड़ जाएंगे… हैरान हुए बिना रह नहीं पाएंगे… जुबां पर यही बात आएगी उत्तराखंड में ऐसा हो रहा है… तो कैसे हो रहा है… वो एक फीसदी नहीं… दो फीसदी नहीं… 50 फीसदी की रफ्तार से वो बढ़ा है… नजर तो सबकी इस ओर गई… लेकिन ध्यान किसी ने नहीं दिया… गंभीरता से अबतक किसी ने नहीं लिया… सबने इग्नोर किया… लेकिन अब जबकि इसकी जद में उत्तराखंड आ रहा आ रहा है… तो सब सोच में है… इसे कैसे रोका जाए… कैसे इस पर लगाम लगाया जाए… कौन सा आखिर उपाय किया जाय… जिससे इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके….सरकार यहीं बात सोच रही है… उत्तराखंड पुलिस इसे बहुत ही गंभीर तरीके से प्रमुखता से ले रही है… रात दिन मंथन कर रही है… रणनीतियां बना रही है… किस तरह से रोका इसके बारे में बार बार सोच रही है… और उत्तराखंड की जनता के माथे पर पसीना आ रहा है… वो अपनी आंखों के सामने ये सब देखने के लिए मजबूर है… तो अब आप सोच रहे होंगे… ऐसी कौन सी घटनाएं हो रही है… जो उत्तराखंड की पवित्रता के लिए बेहद ही खौफनाक है….
दरअसल उत्तराखंड में बेटियां रातों रात अचानक से घर गायब हो जा रही है… किसी को कानों कान खबर नहीं होती है… वो घर से अब उसके साथ निकलने वाली है… जिसे वो शायद अच्छी तरह से जानती ही नहीं है… वो अंजान शख्स जो लिबास ओढ़कर बेटियों की जिंदगी में दस्तक देता है… उसका आम जिंदगी में नाम कुछ और होता है… लेकिन जिन लड़कियों को वो अपने जाल में फंसता है… वो उसके लिए कुछ और होता है… वो शख्स बहरुपिये की तरह होता है… लेकिन उन्ही बहरुपियों के लिए बेटियां अपने मां-बाप, भाई बहन और नाते रिश्तेदारों के सालों के लाड प्यार को भुलाकर फरार हो जा रही है… इसलिए उत्तराखंड चिंतित है… क्योंकि संप्रदाय विशेष के युवकों की ओर से लड़कियों को बहला-फुसलाकर ले जाने के बढ़ते मामलों में चिंता बढ़ा दी है… मुख्यमंत्री ने पुलिस अधिकारियों और इंटेलीजेंस अफसरों को स्थिति पर बारीकी से नजर रखने के निर्देश दिए हैं…
संप्रदाय विशेष के युवकों की ओर से लड़कियों को बहला-फुसलाकर ले जाने के मामलों में अचानक बढ़ोतरी देखने को मिली है… इस साल केवल पांच महीनों में ऐसे 48 मुकदमे प्रदेश में दर्ज हुए हैं…जबकि पिछले पूरे साल में 76 केस दर्ज हुए थे… इस हिसाब से इस साल हर माह का औसत करीब 10 है… ज्यादातर मामले नाबालिग लड़कियों के अपहरण से संबंधित हैं… इनमें पॉक्सो के तहत भी आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है…इस मामले में मुख्यमंत्री ने पुलिस अधिकारियों और इंटेलीजेंस अफसरों को स्थिति पर बारीकी से नजर रखने के निर्देश दिए हैं… एकाएक इस तरह के मामले बढ़ने से प्रदेश में कानून व्यवस्था कायम रखना भी एक चुनौती है… बीते दिनों उत्तरकाशी में कुछ संगठनों ने महापंचायत भी बुलाने की बात की थी…
पुलिस के आंकड़े भी इस स्थिति को बयां कर रहे हैं… ये मामले ज्यादातर अपहरण और पॉक्सो में दर्ज किए जाते हैं…सूत्रों के मुताबिक, बीते दिनों सोशल मीडिया पर हुई गतिविधियों के चलते लोग जागरूक होकर ऐसे मामलों में आगे आ रहे हैं… पुलिस भी इन पर कार्रवाई कर रही है… इन पांच महीनों में लगभग सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है… वहीं, पुलिस अधिकारियों ने एलआईयू को हर स्थिति पर नजर रखने के निर्देश दिए है…