राजाजी की रानी ने संभाली कमान…गुलदारों की गंध से खड़े किए कान !
सूंघ सूंघ कर गुलदारों तक पहुंच रही रानी…तेंदुए को पहुंचाएगी सलाखों के पीछे !
अब जंगल में जहां भी होंगे गुलदार…आ गई है रानी हो जाओ खबरदार !
दहशत के खत्म होने की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है…क्योंकि राजाजी की रानी ने जंगलों में अपने पैर बढ़ा दिए हैं… श्रीनगर इस समय गुलदारों के बसने का इलाका बन चुका है…ऐसा कोई दिन नहीं है..जिस दिन गुलदारों की धमक नहीं देखी जाती हो…हर दिन इस इलाके में गुलदार दिख रहे हैं…इन गुलदारों को पकड़ने के लिए वन विभाग की टीमें मेहनत तो कर रही हैं..लेकिन फिर भी नतीजा नहीं मिल रहा है..ऐसे में वन विभाग की टीम ने खास योजना बना ली है…गुलदारों की पहुंच तक जाने के लिए डॉग रानी को लाया गया है…जिसे लोग राजाजी की रानी के नाम से जानते हैं….अब गुलदारों तक पहुंचने के लिए वन विभाग के पास इससे बेहतर और कोई विकल्प नहीं है…क्योंकि राजाजी की रानी ही कुछ कर सकती हैं…इसके लिए बकायदा तलाश शुरू हो गई है…जंगलों में गुलदारों को पकड़ने के लिए राजाजी की रानी ने अपना काम शुरु किया तो वन विभाग के कर्मचारियों के चेहरे पर खुशी दिखी…कर्मचारियों ने सोचा होगा कि..अब अब गुलदारों के झुंड तक पहुंच सकते हैं…पूरे इलाके में अब राजाजी की रानी की चर्चा हो रही है….आखिर ऐसी क्या स्थिति बन गई कि…वन विभाग के सामने ये विकल्प इस्तेमाल करने के सिवाय कुछ नहीं था…वजह काफी रोचक और हैरान करने वाला है….दरअसल इन दिनों श्रीनगर गुलदारों की धमक से हलकान है…यहां सुबह से लेकर देर रात तक अलग अलग इलाकों में गुलदारों की चहल कदमी से लोग डरे हुए हैं….एक अनुमान के मुताबिक, श्रीनगर के आसपास एक दर्जन से ज्यादा गुलदार होने की संभावना जताई जा रही है….इसको देखते हुए वन विभाग भी अलर्ट मोड पर है….
इसी को देखते हुए वन विभाग की टीम ने ये फैसला लिया..वन विभाग ट्रैप कैमरे और 5 ज्यादा पिंजरे लगाकर गुलदारों को पकड़ने की कोशिश में जुटा है. एक कोशिश में विभाग को सफलता भी मिली है. जब बीती 10 फरवरी की रात हाइडिल कॉलोनी के पास पिंजरे में एक गुलदार फंस गया. जिसे नागदेव रेंज ले जाया गया है. बाकी घूम रहे गुलदारों को पकड़ने के लिए वन अफसर और वनकर्मी जमकर पसीना बहा रहे हैं….. वहीं अब गुलदारों को पकड़ने के लिए स्पेशल डॉग स्क्वाड की मदद ली जा रही है….दरअसल, राजाजी टाइगर रिजर्व की चीला रेंज की स्निफर डॉग रानी 11 फरवरी की रात श्रीनगर पहुंची….. जहां उसने श्रीनगर के विभिन्न इलाकों का मुआयना किया. जहां-जहा रानी गई, वहां-वहां वन विभाग की पूरी टीम उसके पीछे-पीछे जाती रही. …रानी लगातार सर्च ऑपरेशन में लगी हुई है…. गुलदार की गंध को महसूस करते हुए रानी श्रीनगर के चप्पे-चप्पे में घूम रही है…बता दें कि.. कुछ महीने पहले रानी ने राजाजी नेशनल पार्क से खोए हुए हाथी को भी ढूंढ निकाला था… इसके अलावा वन तस्करों पर भी रानी की निगाहें बनी रहती है….. रानी साल 2016 से वन विभाग में अपनी सेवाएं दे रही है…. रानी अपने काबिलियत की वजह से बड़े-बड़े वन तस्करों को जेल की हवा खिला चुकी है….. फिलहाल, रानी श्रीनगर में रहकर गुलदारों को सर्च करती रहेगी…गौर हो कि बीती 3 फरवरी की शाम को खिर्सू ब्लॉक के ग्वाड़ गांव में 11 साल के अंकित को गुलदार ने मार डाला था…. इस घटना के 12 घंटे बाद यानी 4 फरवरी की देर शाम श्रीनगर के हाइडिल कॉलोनी में भी 4 साल के अयान को गुलदार ने अपना निवाला बना लिया था…. जिसके बाद से ही श्रीनगरवासी दहशत में जी रहे हैं…