Haridwar Crime: जिस उम्र में पेंसिल, कॉपी और किताब से खेलने की होती है, उस उम्र में कक्षा 10वीं में पढ़ने वाला एक छात्र ऐसी दुश्मनी पाल बैठा जो उसे इस नन्हीं सी उम्र में ही हत्यारा बना सकती थी। एक चौकाने वाला मामला रोशनाबाद स्थित जवाहर नवोदय आवासीय विद्यालय का है। 10वीं कक्षा का छात्र 12वीं कक्षा के एक छात्र को मारने के लिए तमंचा लेकर स्कूल जा पहुंचा। लेकिन साथ पढ़ने वाले बच्चों ने समझदारी का परिचय देते हुए इसकी सूचना शिक्षकों को दे दी, जिससे वारदात होने से पहले ही शिक्षकों ने छात्र को तमंचे और कारतूस के साथ धर दबोचा। जिसके बाद सिडकुल पुलिस के हवाले कर दिया। बताया जा रहा है कि दोनों छात्रों में किसी बात को लेकर विवाद हुआ था, जिसके बाद 10वीं में पढ़ने वाले छात्र ने इस घटना को दिल पर ले लिया और तमंचा लहराते हुए सीधे स्कूल पहुंच गया।
मिली जानकारी के अनुसार सिडकुल थाना क्षेत्र के एक स्कूल में पढ़ने वाले दसवीं के एक छात्र को 12वीं में पढ़ने वाले एक छात्र ने दो दिन पहले पीट दिया था। 10वीं में पढ़ने वाला छात्र अपने साथ हुई मारपीट को शायद भुला नहीं पाया और वह 12वीं के छात्र से बदला लेने के लिए तमंचा लेकर स्कूल जा पहुंचा। दसवीं के छात्र ने स्कूल में घूम कर दो बार उस 12वीं के छात्र को ढूंढने का प्रयास भी किया, लेकिन वह नहीं मिला। इसी दौरान साथ पढ़ने वाले छात्रों ने छात्र के पास लोडेड तमंचा देख लिया। जिसके बाद समय रहते अपने शिक्षकों को इसकी जानकारी दे दी। शिक्षकों ने सक्रियता दिखाते हुए छात्र को पकड़ लिया और उससे तमंचा बरामद किया। पूछताछ में पता चला कि वह छात्र इतना गुस्से में था कि वह 12वीं के छात्र की हत्या करना चाहता था। थानाध्यक्ष सिडकुल प्रमोद उनियाल ने बताया कि बच्चे के खिलाफ आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जा रही है।