उत्तराखंड में अभी तक 190 अवैध मदरसे आए सामने, फंडिंग के सोर्स की हो रही जांच

उत्तराखंड में अवैध मदरसों की पहचान के लिए पुलिस के स्तर पर विशेष अभियान चलाया जा रहा है। नीलेश आनंद भरणे के मुताबिक अभी तक 190 अवैध मदरसों का पता चला है।

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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर उत्तराखंड में अवैध रूप से चल रहे मदरसों पर शिकंजा कसना शुरू हो गया है। प्रदेश भर में अवैध मदरसों की जांच की जा रही है। Uttarakhand Illegal Madrasas राजधानी देहरादून के साथ उधम सिंह नगर और नैनीताल जिले के हल्द्वानी से जो जानकारी सामने आई है, वह बेहद चौंकाने वाली है। कई जिलों में दर्जनों अवैध मदरसे संचालित हैं। उत्तराखंड पुलिस के प्रवक्ता नीलेश आनंद भरणे ने बताया अभी तक 190 अवैध मदरसों का पता चला है। जांच के दौरान इन अवैध मदरसों की आय का स्रोत और कहां से फंडिंग मिल रही, इसकी भी जानकारी जुटाई जा रही है। इतना ही नहीं, वह कौन लोग हैं, जो यह मदरसे चला रहे हैं और पंजीकरण अब तक क्यों नहीं करवाया? ये भी जांच में शामिल है।

आंकड़ों के मुताबिक, अकेले उधम सिंह नगर में ही 129 मदरसे अवैध चल रहे हैं। जिसमें हजारों की तादाद में बच्चे पढ़ रहे हैं। 2 दिन पहले नैनीताल जिले के हल्द्वानी में भी जांच के दौरान 26 मदरसे अवैध रूप से संचालित होते पाए गए। इन मदरसों का ना तो कोई पंजीकरण है और न ही विभाग के पास इनकी कोई जानकारी है। वहीं इन मदरसों में पढ़ने वाले ज्यादातर बच्चे उत्तराखंड के अलावा उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों के हैं। देहरादून में अब तक 35 मदरसे अवैध रूप से संचालित होते पाए गए हैं। जिसकी जानकारी शासन-प्रशासन को मिल चुकी है। जिलाधिकारी की तरफ से कराई जा रही जांच के बाद यह जानकारी सामने आई है। देहरादून जिले में पाए गए 35 अवैध मदरसों में 18 मदरसे अकेले विकास नगर क्षेत्र में स्थित हैं।