उत्तराखंड के 26 किसानों की दूसरे राज्यों में होगी ट्रेनिंग, 1200 स्थानों पर होगी ये गोष्ठी

Share

देहरादूनः उत्तराखंड सहकारिता विभाग किसानों की आय दोगुनी करने पर जोर दे रही है। साथ ही उन्हें बेहतर सुविधाएं मिल पाए इस और विशेष ध्यान दे रही है। इसी कड़ी में सहकारिता विभाग जल्द ही हर जिले से 2-2 उत्कृष्ट किसानों को अन्य राज्यों में ट्रेनिंग के लिए भेजेगा। जिसमें मुख्य रूप से बागवानी, कृषि और डेयरी से संबंधित उत्कृष्ट किसानों को अन्य राज्यों में अध्ययन के लिए भेजा जाएगा। ताकि वो अपने-अपने जिलों में जाकर अन्य किसानों को भी ट्रेनिंग दे सकें। सहकारिता मंत्री धन सिंह रावत ने सहकारिता विभाग की समीक्षा बैठक की। बैठक में धन सिंह रावत ने कहा कि उत्तराखंड के 1200 स्थानों पर जो गोष्ठियां होंगी, उनमें नुक्कड़ नाटक स्थानीय स्तर पर सांस्कृतिक दल प्रस्तुति देंगे। जिला सहकारी बैंक, राज्य सहकारी बैंक की प्रत्येक शाखा चार गोष्ठी आयोजित करेगी। इन गोष्ठियों को सफल बनाने के लिए नाबार्ड बैंकों को प्रति गोष्ठी 6000 रुपए देगा।

उत्तराखंड सहकारिता विभाग ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय सहकारी किसान कल्याण योजना के तहत साढ़े 6 लाख लोगों को 0% ब्याज पर ऋण दिया है। जिससे किसानों ने अपनी आमदनी दोगुनी की है। मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना प्रदेश में सभी जिलों में चलाई जा रही हैं। इन योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार होना चाहिए। गोष्ठी के माध्यम से अधिकारी और जनप्रतिनिधि ग्रामीणों को सरकार की इन योजनाओं के बारे में बताएंगे। सहकारिता मंत्री डॉ रावत ने कहा कि प्रदेश के प्रत्येक जिले से दो किसान और 4 अधिकारी यानी 30 लोग देश के 5-5 प्रदेशों में बागवानी, किसानी और डेयरी को देखने के लिए जाएंगे। उत्कृष्ट किसानों के चयन की प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी। ऐसे में किसान अध्ययन रिपोर्ट निबंधक कार्यालय को सौंपी जाएगी। इसके लिए नाबार्ड ने दो करोड़ रुपए स्वीकृत कर लिए हैं।