देहरादून: उत्तराखंड में अगले महीने शुरू हो रहे चार धाम यात्रा के दौरान यात्रियों को रास्ते में स्वास्थ्य सुविधाएं भी मिलेंगी। इस सुविधा के तहत 50 अलग अलग स्थानों पर हेल्थ कियोस्क लगाया जाएगा। यहां यात्रा के दौरान किसी मरीज की तबियत खराब होने पर डॉयग्नोस्टिक लैब से लेकर इलाज तक की सुविधा उपलब्ध होंगी। इसके लिए उत्तराखंड सरकार ने आईटी फर्म हेवलेट पैकर्ड एंटरप्राइज के साथ करार किया है। इस योजना का शुभारंभ आज सीएम पुष्कर सिंह धामी करेंगे। चारधाम यात्रा रूट पर किसी भी तरह से श्रद्धालुओं को कोई समस्या न हो या किसी भी श्रद्धालु की तबीयत बिगड़ने पर उसे तुरंत स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सके, इसको लेकर लगातार नए विकल्पों पर विचार किया जा रहा है।
इन्हीं में से एक कांसेप्ट पर इस बार स्वास्थ्य विभाग और एक निजी संस्था हेवलेट पैकर्ड एंटरप्राइज काम कर रही है। इसके तहत चारधाम यात्रा रूट पर हेल्थ एटीएम स्थापित किए जा रहे हैं। चार धाम यात्रा के लिए स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे को विकसित करने के लिए उत्तराखंड सरकार ने शनिवार को आईटी फर्म हेवलेट पैकर्ड एंटरप्राइज के साथ एमओयू किया है। इसके तहत यात्रा मार्ग के साथ 50 बिंदुओं पर तीर्थयात्रियों के स्वास्थ्य की देखभाल के लिए कियोस्क खोले जाएंगे।
सरकार के इस फैसले से डायग्नोस्टिक उपकरणों के साथ ‘वन-स्टॉप डिजिटल टच-पॉइंट इंटीग्रेटेड बिल्ट-इन हेल्थकेयर कियोस्क’ स्थापित करने में मदद मिलेगी। इन कियोस्क को उन स्थानों पर स्थापित किया जाएगा, जहां तीर्थयात्री आमतौर पर तीर्थयात्रा के समय ब्रेक लेते हैं। स्वास्थ्य निदेशक विनीता शाह ने बताया कि इन सभी कियोस्क पर डॉयग्नोस्टिक लैब की सुविधा होगी। जहां 70 तरह की जांच सुविधाएं उपलब्ध होंगी। इनमें इसीजी, खून, पेशाब के अलावा हार्ट और किडनी से संबंधित रोगों की जांच हो सकती है। उन्होंने बताया कि महज 15 मिनट के अंदर इन जांचों की रिपोर्ट मिल जाएगी। इसके बाद मौके पर मौजूद डॉक्टर इस रिपोर्ट के मुताबिक तात्कालिक इलाज की सुविधा दे सकेंगे।