बदरीनाथ-केदारनाथ हाईवे को जोड़ेगी 900 मीटर लंबी सुरंग, रुद्रप्रयाग में 35 फीसदी से ज्यादा हुआ निर्माण

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बदरीनाथ और केदारनाथ हाईवे को आपस में जोड़ने वाले 900 मीटर लंबी सुरंग का कार्य शुरू हो चुका है। 2025 तक इस सुरंग का निर्माण कार्य पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। सुरंग बनने के बाद रुद्रप्रयाग शहर में लगने वाले जाम से लोगों को राहत मिलेगी। रुद्रप्रयाग में ऋषिकेश-गौरीकुंड और ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग से जोड़ने के लिए प्रस्तावित 900 मीटर सुरंग का निर्माण कार्य 35 फीसदी से अधिक हो चुका है। कार्यदायी संस्था द्वारा गौरीकुंड हाईवे के जखतोली और रुद्रप्रयाग-चोपड़ा मार्ग पर बेलणी छोर से सुरंग को बनाने का कार्य जोरों पर कार्य किया जा रहा है। इसके साथ ही अलकनंदा नदी पर प्रस्तावित 200 मीटर लंबे डबल लेन मोटर पुल के एबेडमेंट के लिए मशीनों से खुदाई की जा रही है। भारत सरकार के ऑलवेद रोड परियोजना के दूसरे चरण में रुद्रप्रयाग नगर क्षेत्र में सुरंग का निर्माण किया जा रहा है।

इस सुरंग को बनाने का मुख्य उद्देश्य जिला मुख्यालय में आए दिन लगने वाले जाम से निजात दिलाना और लोगों की कलक्ट्रेट, विकास भवन तक आसान पहुंच है। बीते वर्ष 3 दिसंबर को कार्यदायी संस्था भारत कंस्ट्रक्शन कंपनी ने भूमि पूजन कर सुरंग का निर्माण शुरू किया था। आठ माह में 900 मीटर बनने वाली इस सुरंग का दोनों तरफ से लगभग 400 मीटर निर्माण हो चुका है। अधिकारियों का कहना है कि लगभग एक वर्ष में सुरंग बनकर तैयार हो जाएगी। इस सुरंग के बनने से जहां रुद्रप्रयाग में यात्राकाल व अन्य मौके पर लगने वाले जाम से निजात मिल जाएगी। वहीं, जखोली, ऊखीमठ और अगस्त्यमुनि ब्लॉक के गांवों के ग्रामीणों के कलक्ट्रेट, विकास भवन, तहसील तक पहुंच आसान हो जाएगी। साथ ही यह सुरंग पर्यटन का केंद्र भी बनेगी।