जी हां दोस्तो शादी का मंडप, जहां होने थे सात फेरे, वहां गूंजने लगी चीखें और आरोपों की आवाज़ें! उत्तराखंड में एक ऐसा मामला सामने आया है जहां सुहाग के सपनों वाला मंडप कुछ ही मिनटों में जंग का अखाड़ा बन गया। बारात आई तो सही, लेकिन दूल्हे ने मंडप तक पहुंचते-पहुंचते ‘ना’ कह दी शादी से! अब सवाल ये — आख़िर ऐसा क्या हुआ कि बारातियों को मंडप से सीधे थाने का रास्ता नापना पड़ा? दोस्तो शादी का दिन, खुशियों का मौका और दुल्हन के घर सजी थी रौनक ऐसी कि हर कोई कह उठे — वाह, क्या जोड़ी है, लेकिन कहते हैं ना — कभी-कभी खुशियों के रंग में एक पल की गलती ऐसा तूफान ले आती है कि सब कुछ उलट-पुलट कर रख देती है। कुछ ऐसा ही हुआ उत्तराखंड के उधम सिंह नगर ज़िले में, जहाँ शादी का मंडप कुछ ही मिनटों में रणभूमि बन गया। दोस्तो खबर को अंत तक जरूर देखिएगा, बड़ा ही हैरान कर देने वाला मामला है। दोस्तो रुद्रपुर के प्रीत विहार के रहने वाले राहुल अपनी बारात लेकर शाम 6 बजे बड़ी धूमधाम से भूतबंगला इलाके में पहुँचा। ढोल-नगाड़े बज रहे थे, रिश्तेदार नाच रहे थे, और घर में हर ओर सिर्फ़ एक ही बात —आज राहुल की शादी है। उधर दुल्हन के परिवार ने भी पूरा इंतज़ाम किया था — सजावट से लेकर स्वागत तक, हर चीज़ शानदार। गेट पर रिबन काटकर बरात अंदर आई, जयमाला की रस्म की तैयारी शुरू हुई..मंडप में दूल्हा-दुल्हन आमने-सामने आए, फूल बरसने लगे, कैमरे क्लिक करने लगे। जैसे अमूमन हम औऱ आप शादी में देखते हैं। वैसा ही कुछ लेकिन इसी बीच कुछ ऐसा हुआ जिसने पूरी शादी की तस्वीर ही बदल दी, वो बताने जा रहा हूं थोड़ा गौर कीजिएगा।
दोस्तो जानकारी के मुताबिक जयमाला के मंच पर अचानक एक युवक आया —और कहा ये गया कि वो दुल्हन का मुंहबोला भाई था। वो सीधे दुल्हन के बगल में आकर बैठ गया और उससे बातें करने लगा शुरुआत में सबको लगा — शायद कोई नज़दीकी रिश्तेदार है लेकिन दूल्हे राहुल की नज़र जब उस युवक पर पड़ी, तो उसके चेहरे के भाव बदल गए। इतने कुछ कहा सुनी होती है लेकिन बात यहीं खत्म नहीं हुई — उस युवक ने विरोध जताया, और देखते ही देखते दोनों पक्षों के बीच कहासुनी विवाद में बदल गई। दोस्तो जयमाला का मंच, जहां कुछ मिनट पहले प्यार और परंपरा का माहौल था, अब गाली-गलौज और धक्कामुक्की का मैदान बन गया। गुफ्तगू का मुद्दा इतना बढ़ गया कि दुल्हन के मुंहबोले भाई और उसके साथियों ने बरातियों पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया तीन लोगों के सिर फूट गए, कुर्सियाँ उलट गईं, और मेहमान भागते नज़र आए। घायल बराती जमीन पर पड़े थे, वहीं दूल्हा राहुल ने शादी से साफ़ इनकार कर दिया और फिर पूरी बरात सीधी रामपुरा थाने पहुंच गई। दोस्तो थाने में भी तनाव कम नहीं हुआ। दूल्हे पक्ष ने आरोप लगाया कि जयमाला के दौरान दुल्हन का मुंहबोला भाई बार-बार दखल दे रहा था और उसी ने हमला कराया। वहीं, दुल्हन पक्ष का कहना था कि मामला छोटी सी बात से बढ़ा, लेकिन किसी ने जानबूझकर इसे बड़ा बना दिया। इस बीच, दुल्हन के पिता सदमे में चले गए —उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया।
पुलिस ने दोनों पक्षों को शांत कराने की कोशिश की, लेकिन देर रात तक भी चौकी में दोनों परिवार डटे रहे। समझौते की कोशिशें चलती रहीं, मगर माहौल गर्म ही रहा। तो दोस्तो इधर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है, मगर फिलहाल दोनों परिवारों की खुशियाँ मातम में बदल चुकी हैं। जिस दिन सात फेरे होने थे, उस दिन मंडप में सिर्फ़ टूटे रिश्तों की गूंज सुनाई दी। रिश्ते भरोसे पर टिके होते हैं, लेकिन जब भरोसा टूटता है, तो सजावट से सजा मंडप भी रणभूमि बन जाता हैॉ। उत्तराखंड की इस शादी में सवाल सिर्फ़ एक है — क्या एक पल का ग़ुस्सा ज़िंदगी भर का रिश्ता तोड़ गया, या फिर ये रिश्ता कभी जुड़ने के लायक था ही नहीं?