उत्तराखंड के पर्वतीय इलाकों में आबादी के बीच अक्सर गुलदार और बाघों की मौजूदगी दर्ज की जाती है। लेकिन अब भालू ने भी अपनी दस्तक से लोगों की दशहत को कई गुना बढ़ा दिया है। प्रदेश के खासकर गढ़वाल क्षेत्र में भालू द्वारा ग्रामीणों पर हमलों की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं। Bear Attack In Uttarakhand दहशत के कारण ग्रामीणों ने शाम होते ही घरों से निकलना बंद कर दिया है। इस बीच पोखरी में बुधवार काे घास लेने जंगल गई महिला लापता हो गई थी। महिला सांय तक घर नहीं लौटी तो पुलिस व स्वजनों ग्रामीणों ने जंगल को छान माना। इस दौरान महिला की दरांती , रस्सी एक स्थान पर मिली है उस स्थान पर खून के धब्बे व कुछ दूरी पर महिला के कपडे़ का टुकड़ा भी मिला है। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि महिला को गुलदार या भालू ने शिकार तो नहीं बनाया। हालांकि रात्रि होने के बाद रेस्क्यू टीम वापस लौट आई है। वहीं पोखरी जंगल से लापता महिला दूसरे दिन जंगल में ही जीवित मिल गयी है। भालू ने महिला के मुंह बुरी तरह नोचा हुआ है। महिला एक पेड़ के सहारे लेटी थी। ग्रामीणों ने उसे देख लिया। उत्तराखंड का गढ़वाल रीजन इस वक्त भालुओं के आतंक से भयभीत है। ये विशालकाय जानवर लोगों के ऊपर इस कदर हमला कर रहा है कि या तो लोग अपाहिज हो रहे हैं, या अंग-भंग हो रहे हैं या फिर जान गंवा रहे हैं। अपने शिकार को सूंघने में काफी शातिर ये शिकारी दबे पांव दिन और रात लोगों पर हमला कर रहा है।