देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि विधानसभा एक संवैधानिक संस्था है। इसमें हुई भर्तियों में सामने आ रही गड़बड़ी की शिकायतों को लेकर विधानसभा अध्यक्ष से निष्पक्ष जांच का अनुरोध किया जाएगा। इसके लिए सरकार से जिस तरह के सहयोग की अपेक्षा की जाएगी, वह दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने रविवार को प्रदेश भाजपा मुख्यालय में मीडिया से बातचीत में एक प्रश्न के उत्तर में यह बात कही। उन्होंने भर्ती परीक्षाओं में शामिल हुए युवाओं को भरोसा दिलाया कि उन्हें घबराने की जरूरत नहीं है। जिन्होंने अपनी मेहनत से परीक्षा दी है, उनका अहित नहीं होने दिया जाएगा।
सीएम ने साफ संकेत दिए हैं कि पेपर लीक से जुड़े जो भी लोग शामिल होंगे, उन सभी पर सख्त से सख्त कारवाई की जाएगी। एसटीएफ दोषियों की धरपक्कड़ में लगी हुई और जांच पूरी तरह से पारदर्शिता होगी। धामी ने कहा कि पेपर लीक भर्ती में जो भी अभ्यर्थी अपनी मेहनत से पास हुए हैं उनको भी निराश नही किया जाएगा। सरकार ऐसे अभ्यर्थियों के लिए कोई समाधान जरूर निकालेगी। दरोगा भर्ती मामले पर भी सीएम धामी ने सख्ती दिखाई है। भर्ती के जांच के आदेश दे दिए गए हैं। चूंकि, यह मामला पुलिस विभाग से जुड़ा हुआ है, इसलिए इसकी जांच विजिलेंस को सौंपी गई है।
सीएम धामी ने कहा कि कोई कितना भी पॉवरफुल क्यों ना हो, उसको बख्शा नही जाएगा। विधानसभा भर्तीयों में गड़बड़ियों की बात भी सामने आई है और वह विधानसभा अध्यक्ष से भी इसको लेकर अनुरोध करेंगे। इसमें न्याय के सिद्धांत से काम किया जाएगा। भ्रष्टाचार को लेकर जीरो टालरेंस की नीति पर चल रही धामी सरकार राज्य में भर्ती परीक्षाओं की शुचिता के लिए सख्त कदम उठा रही है। अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की परीक्षाओं में गड़बड़ी की शिकायत आने के बाद सरकार ने जिस तरह सख्त रुख अपनाया, अब वह विधानसभा में हुई भर्तियों के मामले में भी ऐसा ही चाहती है।