उत्तराखंड: वन दारोगा परीक्षा रद्द होने पर युवाओं ने कराया मुंडन, सीएम आवास कूच करने पहुंचे

Share

देहरादून: उत्तराखंड अधीनस्थ चयन आयोग के एक फैसले ने दोबारा से हजारों युवाओं को सड़क पर खड़ा कर दिया है। आयोग ने बीते दिनों वन दारोगा भर्ती परीक्षा को रद्द कर दिया था। आयोग के इस निर्णय से उन अभ्यर्थियों में गुस्सा है, जिन्होंने वन दारोगा भर्ती परीक्षा पास कर ली थी। इन्हीं अभ्यर्थियों ने आज 2 जनवरी को देहरादून में सीएम आवास का कूच किया। सोमवार को सभी युवाओं ने देहरादून गांधी पार्क पर आयोग के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और आयोग की शव यात्रा भी निकाली। इस दौरान कई युवाओं ने अपना मुंडन भी करवाया। इसके बाद मुख्यमंत्री आवास के लिए अभ्यर्थियों ने कूच किया।

अभ्यर्थी सीएम आवास कूच करने पहुंचे तो पुलिस ने यहां उन्हें रोक लिया। वन दरोगा भर्ती में चयनित अभ्यार्थी इस दौरान अपनी मांग पर अड़े रहे तो पुलिस के साथ उनकी नोकझोंक भी हुई। नाराज अभ्यर्थियों ने वन मंत्री सुबोध उनियाल से न्याय की गुहार लगाई है। अभ्यर्थियों की ओर से नियुक्ति पत्र देने की मांग की। उधर, अभ्यर्थियों ने कांग्रेस विधायक प्रीतम सिंह से भी मुलाकात कर सरकार के समक्ष मामला उठाने का आग्रह किया। उन्होंने विधायक से अनुरोध किया कि वन दरोगा भर्ती को बहाल करने के लिए सरकार से इस मामले को उठाए।

बता दें कि उत्तराखंड अधीनस्थ चयन आयोग पेपर लीक केस सामने आने के बाद से ही आयोग की 8 परीक्षाओं पर तलवार लटकी हुई थी, जो जांच के दायरे में थी। बीते दिनों से आयोग के अध्यक्ष एसएस मार्तोलिया ने तीन भर्ती परीक्षाओं को रद्द कर दिया था। एक LT परीक्षा को क्लीन चिट दे दी गयी है और बाकी परीक्षाओं पर विधिक राय मांगी गई है। रद्द की गई परिक्षाओं में वन दारोगा भर्ती परीक्षा भी है, जिसमें 325 पदों के लिए लिखित परीक्षा ऑनलाइन प्रक्रिया के जरिये हो चुकी थी। जिसमे 600 लोगों के लिए फिजिकल परीक्षा की मेरिट लिस्ट भी जारी हो चुकी थी, लेकिन अब आखिरी समय में परीक्षा रद्द होने से अभ्यर्थी एक बार फिर से अपने आप को ठगा हुआ सा महसूस कर रहे हैं।