पेपर लीक हो गया, हंगामा हो गया। सीबीआई जांच भी ठीक लेकिन आगे की परीक्षाओं को लेकर क्या है आयोग का प्लान। क्या जो परीक्षाएं पहले से तय दी उन परीक्षाओं पर इस पेपर लीक कांड का असर पड़ेगा। UKSSSC Paper Leak Case क्या तय समय पर हो पाएंगी सारी परीक्षाएं, अगर हां तो वो बदलाव क्या है जो आयोग ने कर दिया है। दोस्तो खबर ये है कि पेपर लीक के भारी विवाद के बीच परीक्षा आयोग ने अब आगे की रणनीति पर तेजी से काम शुरू कर दिया है। सवाल उठ रहे हैं कि क्या सभी परीक्षाएं तय समय पर आयोजित हो पाएंगी? आयोग के अधिकारियों ने संकेत दिए हैं कि वे पूरी तैयारी के साथ निष्पक्ष और समयबद्ध परीक्षा कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं। आज की खास रिपोर्ट में मैं पेपर लीक के बाद आयोग क्या कदम उठा रहा है और छात्रों के भविष्य को लेकर क्या उम्मीदें हैं। ये बताने जा रहा हूं आप से गुजारिश ये है कि आप अंत तक मेरे साथ इस वीडियो में बने रहिएगा, ताकि जान पाएं आगे की परीक्षा कैसे होगी और क्या बदलाव किये गये हैं। सब बताउंगा आपको। दोस्तो उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) ने साफ कर दिया है कि पेपर लीक के हालिया विवाद के बावजूद सभी भर्ती परीक्षाएं अपने तय समय पर ही होंगी। आयोग ने जून 2026 तक 5,000 से 5,500 पदों के लिए भर्ती परीक्षाएं कराने का प्लान बनाया है और इसमें कोई बदलाव नहीं होगा, साथ ही सुरक्षा को और पुख्ता करने के लिए बड़े कदम उठाए जा रहे हैं।
दगड़ियो UKSSSC के चेयरमैन गणेश सिंह मार्तोलिया का कहना है कि हाल ही में 21 सितंबर को हरिद्वार के एक परीक्षा केंद्र से ग्रेजुएट स्तर की परीक्षा के पेपर के तीन पेज लीक होने की खबर आई थी। इस वजह से कुछ लोग सोच रहे थे कि शायद आने वाली परीक्षाएं टल जाएं लेकिन मार्तोलिया ने साफ कहा कि कोई टालमटोल नहीं! सभी परीक्षाएं अपने समय पर होंगी। वैसे दोस्तो ये भी देखिए आने वाली कुछ परीक्षाओं का शेड्यूल 5 अक्टूबर 2025: पहली परीक्षा, 12 अक्टूबर 2025: दूसरी परीक्षा, 28 अक्टूबर 2025: फॉरेस्टर की फिजिकल एफिशिएंसी टेस्ट इसके अलावा जून 2026 तक 5,000 से 5,500 पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया पूरी होगी. कुल मिलाकर 10,000 से 12,000 पदों पर भर्ती होनी है जिनमें से 4,500 से 5,000 पदों की परीक्षाएं पहले ही हो चुकी हैं। इनके दस्तावेज सत्यापन और फिजिकल टेस्ट के बाद जल्द ही फाइनल रिजल्ट आएंगे। दोस्तो उत्तराखंड में पेपर लीक की घटना सामने आने के बाद अब भविष्य में होने वाली परीक्षाओं को लेकर जबरदस्त तैयारी की जा रही है। किसी भी तरह की कोई खामी ना हो इसके लिए उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूकेएसएसएससी) बड़ा बदलाव करने जा रहा है। जैसे की परीक्षा केंद्रों पर तलाशी सघन की जाएगी, शौचालय में जैमर लगाया जाएगा। साथ ही हर परीक्षा केंद्र पर पुलिस की तैनाती होगी।
वैसे 5 अक्टूबर को होने वाली परीक्षा पेपर लीक के बाद पहली परीक्षा होती, लेकिन इस टाल दिया गया है। सहकारी निरीक्षक और सहायक विकास अधिकारी (सहकारी) की परीक्षा को अनिश्चितकाल के लिए टाल दिया गया है। आयोग के अध्यक्ष गणेश सिंह मार्तोलिया ने बताया कि यह फैसला उम्मीदवारों के साथ चर्चा के बाद लिया गया। इसमें कुल 45 वैकेंसी थी, जिसमें करीब 10,000 उम्मीदवार हिस्सा लेने वाले थे। यह नौकरियां अर्थशास्त्र, कॉमर्स, या एग्रीकल्चर में स्नातक डिग्री वाले उम्मीदवारों के लिए थीं। 1 अक्टूबर के आदेश में आयोग ने परीक्षा को स्थगित करने की घोषणा की। दोस्तो बता दूं कि 21 सितंबर को हरिद्वार के एक केंद्र से स्नातक स्तर की परीक्षा का तीन पेज का प्रश्न पत्र लीक होने के आरोपों के बाद यह विवाद शुरू हुआ। उम्मीदवारों ने एक हफ्ते तक विरोध किया, जिसके बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सीबीआई जांच का वादा किया। इस मामले में एक उम्मीदवार और उसकी बहन को गिरफ्तार किया गया। आरोप है कि उम्मीदवार ने परीक्षा केंद्र में आईफोन ले जाकर प्रश्न पत्र की तस्वीरें अपनी बहन को भेजीं, जिसने जवाब हल करके वापस भेजे। 5 अक्टूबर की परीक्षा के लिए हल्द्वानी में 9 और देहरादून में 7 स्कूल चुने गए थे। लेकिन अब आयोग ने नए सिरे से योजना बनाने का फैसला किया है। मार्तोलिया ने कहा कि अब सरकारी स्कूलों और कॉलेजों को प्राथमिकता दी जाएगी ताकि बाहरी हस्तक्षेप को रोका जा सके। अब क्या इंतजाम किए जा रहे हैं?
पेपर लीक जैसी घटनाओं से बचने के लिए UKSSSC ने कड़े कदम उठाए हैं बायोमेट्रिक और फिजिकल चेकिंग: हर कैंडिडेट का बायोमेट्रिक सत्यापन होगा। साथ ही पूरी तलाशी ली जाएगी, जूते भी उतारने होंगे, परीक्षा केंद्र की सैनिटाइजेशन:परीक्षा से एक दिन पहले केंद्र को पूरी तरह चेक और साफ किया जाएगा, जैमर का इस्तेमाल: मोबाइल सिग्नल ब्लॉक करने के लिए जैमर लगाए जाएंगे, कड़ी निगरानी: परीक्षा शुरू होने तक सिक्योरिटी गार्ड्स नजर रखेंगे। पहले पहुंचना जरूरी: कैंडिडेट्स को परीक्षा शुरू होने से 2 घंटे पहले केंद्र पर पहुंचना होगा। ये तो दोस्तो पेपर लीक से सबक लेकर आयोग तैयारी कर रहा है, लेकिन कुछ अभियर्थियों के लिए सलाह दी जा रही है वो जैसे समय पर परीक्षा केंद्र पहुंचें और अपने एडमिट कार्ड के साथ वैलिड आईडी साथ रखें.गाइडलाइंस अच्छे से पढ़ लें ताकि कोई नियम न टूटे। अफवाहों पर ध्यान न दें अपनी तैयारी पर फोकस करें। दोस्तो पेपर लीक पर हुए हंगामे के बाद UKSSSC ने वादा किया है कि वो निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से परीक्षाएं कराएंगे। तो अगर आप भी इन भर्तियों की तैयारी में जुटे हैं तो पूरी मेहनत करें। इसके अलावा दोस्तो और भी बहुत कुछ दावे आयोग कर रहा है। हम सरकारी स्कूलों और कॉलेजों को चुनेंगे और उनकी सुरक्षा का जायजा लेंगे। अगर सरकारी स्कूल कम पड़ें तो हम सहायता प्राप्त संस्थानों को देखेंगे। निजी स्कूल हमारा आखिरी विकल्प होंगे। परीक्षा केंद्र के प्रवेश द्वार पर बायोमेट्रिक आईडेंटिटी सिस्टम लगाई जाएगी, ताकि केवल उम्मीदवार, निरीक्षक, और पर्यवेक्षक ही अंदर जा सकें। अन्य कर्मचारियों की बिना अनुमति आवाजाही रोकी जाएगी। उम्मीदवारों की कक्षा में प्रवेश से पहले तलाशी ली जाएगी.” परीक्षा से एक दिन पहले इस उपकरण का मॉक ड्रिल भी होगा। मार्तोलिया ने बताया, “परीक्षा से एक दिन पहले परिसर और मैदान की जांच होगीऔर पुलिस अधिकारी 24 घंटे तैनात रहेगा। परीक्षा के दिन सुबह हॉल की तलाशी के लिए अधिकारी तैनात किए जाएंगे, लेकिन दोस्तो आयोग के सामने एक बड़ी चुनौती है कि जो चूक अभी सामने आई है वो दूबारा समाने ना आये ये तो सब साजनते हैं कि इस पेपर लीक ने आयोग की जमकर किरकिरी कराई है, तो ये थी आयोग की अगली रणनीति और परीक्षाओं के आयोजन को लेकर हालिया स्थिति, उम्मीद है कि आने वाले समय में छात्रों को बिना किसी बाधा के अपना भविष्य संवारने का मौका मिलेगा। मै भी इस मामले पर लगातार नजर रखूंगा और आपको हर अपडेट से अवगत कराता रहूंगा। अभी तो जो पहली परीक्षा पेपर लीक की इस घटना के बाद होगी उस पर सब की नजर होगी।