जी हां दोस्तो उत्तराखंड़ में विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है, वैसे-वैसे सियासी तस्वीर बदलती दिखाई दे रही है। उत्तराखंड की राजनीति में अब डिजिटल जंग तेज हो गई है, कांग्रेस अपने ज्वलंत मुद्दों पर जनाधार बनाने की कोशिश कर रही थी, लेकिन अचानक AI वीडियो ने सब कुछ बदल दिया। Harish Rawat Viral AI Video पूर्व सीएम हरीश रावत के नाम का विवादास्पद वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो खलबली मच गई। अब हरीश रावत की नई धमकी क्या है और बीजेपी ने कैसे दिया जवाब। दोस्तो मुद्दे तमाम होगें लेकिन, मुद्दा वो ही होगा जो हम बनाना चाहें, सियासत का खेल कुछ अलग है। दोस्तो कांग्रेस उत्तराखंड में धराली और वन्य जीवों के हमलों समेत अन्य ज्वलंत मुद्दों को लेकर मजबूती से जनाधार बनाने में लगी थी। ऐसा लग रहा था कि गणेश गोदियाल के प्रदेश अध्यक्ष बनते ही पार्टी राज्य में अपने चुनावी मीटर को ऊपर ले जाएगी। इस बीच हरक सिंह रावत के विवादास्पद बयान ने मुद्दे भटका दिए, फिर बीजेपी द्वारा हरीश रावत के AI वीडियो के माध्यम से कहीं न कहीं कांग्रेस के स्पीड पकड़ रहे अभियान पर ब्रेक लगा दिए गए, अपने एआई वीडियो पर हरीश रावत आग बबूला हैं। उनका कहना है कि वो बीजेपी को स्थाई रूप से बेरोजगार बना देंगे। इसके साथ ही हरीश रावत ने कहा कि है कि वो मंगलवार को एफआईआर दर्ज करवाएंगे। अब इस एफआईआर वाले वार पर बीजेपी ने भी किया है पलटवार।
दोस्तो हरीश रावत के इस बयान का मतलब ये कि उत्तराखंड बीजेपी ने जन सरोकार के मुद्दों पर कांग्रेस को तेजी से आगे बढ़ते देख पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत पर मुस्लिम तुष्टीकरण का आरोप लगाते हुए एक AI वीडियो जारी कर दिया। इस वीडियो से कांग्रेस में खलबली मच गई, खासकर पूर्व सीएम हरीश रावत इस वीडियो से बहुत डिस्टर्ब हो गए। उन्होंने बीजेपी से तत्काल इस वीडियो को डिलीट करने की मांग कर डाली। ऐसा नहीं करने पर आपराधिक एफआईआर दर्ज कराने और बीजेपी प्रदेश मुख्यालय में 7 दिन तक धरना देना की धमकी भी दे डाली। अब बीजेपी भी पलटवार कर रही है जहां कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि हरीश रावत ने ज़ो किया था वो सबने देखा। अगर वो FIR कराते हैँ तो फिर हम भी उसी तरीके से जवाब देने का काम करेंगे। इतना ही नहीं इसके बाद मोर्चा कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने खोल दिया। वो कहते हैं कि हरीश रावत को धरना देने का बहुत शौंक हैँ और वो धरने के बाद क्या करते हैँ। यह भी सबको पता हैँ, उन्हें धरना देना छोड़कर कांग्रेस संगठन पर ध्यान देना चाहिए। अब बयान तो जरूर आए लेकिन बीजेपी पर हरीश रावत की मुकदमा दर्ज कराने और उनके दफ्तर पर धरना देने की धमकी का कोई असर नहीं हुआ है, उन्होंने अपने सोशल मीडिया से हरीश रावत का AI वीडियो डिलीट नहीं किया है। अब मै आपको ये बता दूं कि बीजेपी द्वारा बनाए गए हरीश रावत के AI वीडियो में क्या है? इसमें बीजेपी की तरफ से कहा गया कि उत्तराखंड बीजेपी- सत्ता के लालच में अंधी कांग्रेस ने हमेशा सिर्फ अपनी कुर्सी देखी है, चाहे उसके लिए देवभूमि की पवित्रता को दांव पर ही क्यों न लगाना पड़े! वोटबैंक के लालच में कांग्रेस ने पहाड़ की डेमोग्राफी ही बदल कर रख दी थी, पर अब और नहीं! भाजपा सरकार में एक-एक अवैध घुसपैठिए का हिसाब होगा और उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा। देवभूमि की संस्कृति और डेमोग्राफी से खिलवाड़ अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उत्तराखंड में विधानसभा का चुनाव हालांकि 2027 में है, लेकिन उसके लिए राजनीतिक संग्राम अभी से शुरू हो गया है। बयानों के तीर चल रहे हैं तो अब अत्याधुनिक इंटरनेट तकनीक AI का भी इस्तेमाल शुरू हो गया है। अभी तक केंद्रीय स्तर पर बीजेपी और कांग्रेस एक-दूसरे के शीर्ष नेताओं के AI वीडियो बनाकर चुहलबाजी कर रहे थे। अब AI वीडियो उत्तराखंड में भी बनने लगे हैं, असर क्या और कितना होगा इसका अभी इंतजार करना होगा।