देहरादून: अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) की प्रवक्ता अलका लांबा ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी भाजपा द्वारा आम जनता पर चलाए जा रहे महंगाई और बेरोजगारी के बम को निष्क्रिय करेगी। सोमवार को यहां राजीव भवन में पत्रकारों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि केंद्र में भाजपा की सरकार आने के बाद से महंगाई और बेरोजगारी का ग्राफ बढ़ा है और ये दोनों (बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी) भाजपा के दो भाई हैं।
लांबा की बातचीत इन मुद्दों पर कांग्रेस पार्टी द्वारा आयोजित देशव्यापी प्रेस कॉन्फ्रेंस का हिस्सा थी। तुलनात्मक विवरण पेश करते हुए कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि जब कांग्रेस सत्ता में थी तब एलपीजी गैस सिलेंडर जो 410 रुपये का था, अब 156 फीसदी की छलांग लगाकर 1053 रुपये पर है। इसी तरह पेट्रोल की कीमत में 40 प्रतिशत (71 रुपये से 95-112 रुपये) की वृद्धि देखी गई है, जबकि डीजल में 75 प्रतिशत (55 रुपये से 90-100 रुपये) और सरसों के तेल में 112 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। लांबा ने और जानकारी देते हुए कहा कि गेहूं के आटे में 81 प्रतिशत की भारी वृद्धि हुई है और दूध में 71 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
भाजपा और प्रधानमंत्री पर हमला बोलते हुए एआईसीसी प्रवक्ता ने कहा कि आंकड़े सरकार की विफलता को दर्शाते हैं और यह कि पीएम मोदी न केवल कीमतों को नियंत्रित करने में विफल रहे हैं, बल्कि उनकी दोषपूर्ण नीतियों ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। उन्होंने याद दिलाया कि 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान पीएम ने दावा किया था कि खाद्यान्न, दही और छाछ जैसी आवश्यक वस्तुओं को जीएसटी से बाहर रखा गया है, लेकिन 2022 में उन्होंने इन्हीं वस्तुओं पर जीएसटी लगाया। उसने दावा किया कि 4 से अधिक। बहुप्रचारित उज्ज्वला योजना के तहत 13 करोड़ उपभोक्ताओं ने सब्सिडी हटाने के कारण अपने रसोई गैस सिलेंडर को रिफिल नहीं किया है। लांबा ने आरोप लगाया कि पीएम मोदी ने हाल के दिनों में अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कच्चे तेल और रसोई गैस की घटती कीमतों का लाभ न देकर गरीबों को बरगलाया है।
लांबा ने आरोप लगाया कि पीएम मोदी ने हाल के दिनों में अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कच्चे तेल और रसोई गैस की घटती कीमतों का लाभ न देकर गरीबों को बरगलाया है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों को बेचने की होड़ में है और इस प्रक्रिया में वह कुछ चुनिंदा कारोबारियों को फायदा पहुंचा रही है। लांबा ने कहा कि कांग्रेस सत्ता में आने पर सशस्त्र बलों में भर्ती की ‘अग्निवीर योजना’ को खत्म कर भर्ती की पुरानी व्यवस्था शुरू करेगी। उन्होंने कांग्रेसियों से 4 सितंबर को रामलीला मैदान में ‘हल्ला बोल’ रैली में बड़ी संख्या में शामिल होने की अपील की।