Ankita Bhandari case: किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच पाई SIT, ले सकती है नार्को टेस्ट की मदद

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देहरादून: उत्तराखंड का अंकिता भंडारी हत्याकांड दो माह बाद भी अनसुलझी गुत्थी बनी हुई है। इस मामले में जिस बात को लेकर सबसे ज्यादा जनता का गुस्सा है, वह है वीआईपी की पहचान। अंकिता के परिजन से लेकर पूरा विपक्ष इस मामले में जांच को सही दिशा ले जाने और वीआईपी की पहचान सार्वजनिक करने की मांग करता आ रहा है। ऐसे में अब आरोपियों की नार्को टेस्ट कराने की भी मांग होने लगी है। जिस पर पुलिस विचार कर आगे की कार्रवाई करने की तैयारी में जुटी है। अंकिता हत्याकांड के आरोपियों का पुलिस नार्को टेस्ट भी करा सकती है।

एसआइटी न तो अब तक कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल कर पाई है और ना ही अब तक यह पता चल पाया है कि रिसार्ट में आने वाला वीआइपी कौन था। स्वजन लगातार वीआइपी के नाम का पर्दाफाश करने की मांग कर रहे हैं, लेकिन एसआइटी अब भी इस मामले में किसी वीआइपी का हाथ न होने की बात कह रही है। नार्को टेस्ट के लिए युवती के स्वजन लगातार मांग कर रहे हैं। ऐसे में अधिकारियों का कहना है कि एसआइटी को यदि जरूरत पड़ी तो टेस्ट के लिए न्यायालय में अर्जी दी जा सकती है। फिलहाल एसआइटी विवेचना में जुटी है।