शिक्षा विभाग की एक और बड़ी कार्यवाही, यहां शिक्षक निकला फर्जी, 13 साल से कर रहा था नौकरी हुआ निलंबित

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पौड़ी गढ़वाल: उत्तराखंड में फर्जी शिक्षकों पर विभाग की ओर से लगातार कार्रवाई जारी है। एक और मामला फिर से पौड़ी से आ रहा है जहां शिक्षक 13 साल से फर्जी कागजों के चलते नौकरी कर रहा था। शिक्षा विभाग ने सेवा दे रहे शिक्षक को निलंबित कर दिया है। कालसी ब्लॉक में तैनात सहायक अध्यापक की सेवा समाप्त कर दी गई है। एसआईटी और शिक्षा विभाग की जांच में बीएड की डिग्री फर्जी पाए गए।

अपर निदेशक माध्यमिक शिक्षा गढ़वाल पौड़ी महावीर बिष्ट ने आदेश जारी कर दिया गया है। शिक्षक खिलेश लाल निवासी अगस्त्यमुनि ब्लॉक रुद्रप्रयाग ने नियुक्ति वर्ष 2008 में रुद्रप्रयाग जिले के प्राथमिक शिक्षा विभाग में हुई थी और वहीं वर्ष 2009-10 में सहायक अध्यापक के पद पर पदोन्नति के बाद उनका तबादला राउमावि कामला (कालसी) से हुआ था। वहीं 4 फरवरी 2021 को खंड शिक्षा अधिकारी कालसी ने शिक्षक के खिलाफ कालसी थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। शिकायत के बाद इस मामले में शिक्षक खिलेश लाल के प्रमाण पत्रों की एसआईटी ने 2020 अगस्त माह में जांच शुरू की।

इस दौरान विभाग ने शिक्षक को 5 अक्टूबर 2021 को अपना पक्ष रखने के निर्देश दिए। साथ ही एक माह का अतिरिक्त समय भी शिक्षक को दिया गया। लेकिन शिक्षक अपनी बीएड की डिग्री को लेकर कोई साक्ष्य प्रस्तुत नहीं कर सका। अपर निदेशक माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने सहायक अध्यापक खिलेश लाल को तत्काल सेवा से निलंबित कर दिया गया है। उप शिक्षा अधिकारी कालसी (प्राथमिक शिक्षा) पूजा नेगी को जांच अधिकारी नियुक्त कर 21 दिनों के भीतर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए हैं।