चमोली जिले में स्थित विश्व प्रसिद्ध सिखों के पवित्र धाम हेमकुंड साहिब के कपाट खुलने बाकी है। 25 मई को श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे। यात्रा को लेकर तैयारियां शुरू हो गई हैं। Hemkund Sahib Yatra 2025 खराब मौसम और बर्फबारी के बावजूद सेना के जवान हेमकुंड साहिब के आस्था पथ से बर्फ हटाने में जुटे हुए हैं। हेमकुंड साहिब में गुरुद्वारे के पैदल मार्ग को सुचारू करने के लिए समय कम और काम अधिक है, जिसके चलते जवान विषम परिस्थितियों में भी काम जारी रखे हुए हैं। जानकारी के अनुसार, हेमकुंड में 22 सेना के जवान व अधिकारियों सहित 12 सेवादार 20 अप्रैल से हेमकुंड मार्ग से बर्फ हटा रहे हैं। सेना के लिए सबसे बड़ी चुनौती अटलाकोटी हिमखंड को काटना है। यह हिमखंड 200 मीटर लंबा व 15 फिट उंचा है।
बारिश व बर्फबारी के चलते कार्य में बाधा पहुंच रही है। बताया गया कि बर्फ हटाने के काम में सेना व सेवादारों की संख्या बढ़ाने की रणनीति भी बनाई जा रही है। सेना के जवानों ने भरोसा दिलाया कि 20 मई तक संपूर्ण कार्य कर लिया जाएगा, ताकि यात्रियों को किसी प्रकार की असुविधा ना हो। बता दें कि आगामी 25 मई को गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब के कपाट खोले जाने हैं। इसके साथ ही लोकपाल लक्ष्मण मंदिर के कपाट भी खोल दिए जाएंगे। हर वर्ष हजारों श्रद्धालुओं के लिए आध्यात्मिक आस्था का केंद्र होती है। इस बार की यात्रा भी पूरी सुरक्षा और सुविधा के साथ संपन्न कराने की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। यह हिमालय में 4632 मीटर की ऊंचाई पर एक बर्फीली झील के किनारे सात पहाड़ों के बीच स्थित है।