देहरादून: आशा एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों के मध्य संवाद स्थापित करने के लिये पूरे प्रदेश में ब्लॉकवार आशा संवाद कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। जिसका शुभारम्भ 01 नवम्बर को सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी देहरादून से करेंगे। इसी दिन आशाओं के कार्य एवं दायित्व संबंधि बुललेट का विमोचन एवं आशा संगिनी ऐप को लॉच किया जायेगा। राष्ष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर प्रदेशभर के स्कूलों एवं आंगनवाडी केन्द्रों में अध्ययनरत 43 लाख बच्चों को कृमिनाशक दवा दी जायेगी।
चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ0 धन सिंह रावत ने आज स्वास्थ्य महानिदेशालय में विभाग की समीक्षा बैठक ली। जिसमें राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत संचालित योजनाओं की समीक्षा की। डॉ0 रावत ने बताया कि आशाओं को स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ बेहत्तर समन्वय बनाते हुये अपने कार्यों एवं दायित्वों के निर्वहन के उद्देश्य से आगामी 01 से 15 नवम्बर तक ब्लॉकवार आशा संवाद कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। जिसका शुभारम्भ सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी 01 नवम्बर को देहरादून से करेंगे। इसी दिन आशाओं के मार्गदर्शन हेतु उनके कार्य एवं दायित्वों से संबंधी बुकलेट का विमोचन तथा विभाग द्वारा तैयार आशा संगिनी ऐप को भी लॉच किया जायेगा।
प्रदेशभर में ब्लॉकवार आयोजित आशा संवाद कार्यक्रम में क्षेत्रीय विधायक, ब्लॉक प्रमुख, जिला एवं क्षेत्र पंचायत सदस्य तथा ग्राम प्रधान भी प्रतिभाग करेंगे। संवाद को सफल बनाने के लिये विभागीय अधिकारियों एवं समस्त जिलों के मुख्य चिकित्साधिकारियों को जरूरी निर्देश दे दिये गये हैं। इसके अलावा बैठक में क्रिटिकल केयर ब्लॉक (सीसीबी) की प्रगति, जन आरोग्य अभियान एवं प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान की समीक्षा की गई। डॉ0 रावत ने बताया कि टीबी मुक्त उत्तराखंड के तहत जनपद अल्मोड़ा, टिहरी गढ़वाल एवं पौड़ी गढ़वाल में शतप्रतिशत नि-क्षय मित्र बना दिये गये हैं जबकि अन्य जनपदों में भी तेजी से काम चल रहा है। उन्होंने सभी मुख्य चिकित्साधिकारियों को निर्देश दिये कि कोविड काल में कार्य कर चुके कार्मियों को शीघ्र पुनः तैनाती दी जाय। जिस पर मुख्य चिकित्साधिकारियों ने बताया कि हटाये गये कर्मचारियों को पुनः रखने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है जिन्हें एक सप्ताह के भीतर तैनाती दे दी जायेगी।
बैठक में प्रभारी सचिव स्वास्थ्य डॉ0 आर0 राजेश कुमार, अपर सचिव गरिमा रौंकली, अमनदीप कौर, प्रभारी महानिदेशक स्वास्थ्य डॉ0 विनीता शाह, निदेशक चिकित्सा शिक्षा डॉ0 आशुतोष सयाना, निदेशक एनएचएम डॉ0 सरोज नैथानी, डॉ0 मीतू शाह, डॉ0 भगीरथी जंगपांगी, डॉ0 पंकज सिंह, डॉ0 कुलदीप मार्तोलिया, डॉ0 अजय सिंह उपस्थित रहे, जबकि सभी जनपदों के सीएमओ ने वर्चुअल माध्यम से बैठक में प्रतिभाग किया।