पूर्व सीएम हरीश रावत-मंत्री हरक सिंह रावत की होटल में मुलाकात से फिर गरमाई सियासत, विधानसभा चुनाव से पहले अटकलों को लगे पंख

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तीन रोज पहले ही कैबिनेट बैठक में इस्तीफे की घोषणा कर सरकार की नींद उड़ा चुके काबीना मंत्री हरक सिंह रावत की वजह से आज फिर भाजपा की धड़कनें बढ़ गईं। पूर्व सीएम हरीश रावत के साथ दून के एक होटल में हरक की मुलाकात की चर्चाओं ने सियासी पारा गरमा दिया। सोशल मीडिया पर चली चर्चाओं से नौबत यहां तक आ गई कि खुफिया विभाग के कर्मचारी भी होटल में खबर सूंघने पहुंच गए।  हरक ने हरीश के साथ एक ही वक्त एक ही होटल परिसर में होने की बात तो स्वीकार की लेकिन रावत से मुलाकात की बात को खारिज कर दिया।

मामला बीते रोज रात 9.30 बजे का है। हरक सुभाष रोड स्थित एक होटल अपने गनर के साथ पहुंचे और लॉबी में बैठ गए। इसी बीच हरीश के स्टॉफ से जसबीर सिंह रावत, संजय चौधरी भी वहां आ गए। हरक को वहां मौजूद देख उनके साथ बैठ गए। थोड़ी देर बाद हरक सेकेंड फ्लोर स्थित अपने कमरे में चले गए। करीब 20 मिनट बाद हरीश भी वहां आए और वो भी उसी फ्लोर पर अपने दूसरे कमरे में चले गए।

रावत कांग्रेस भवन में चुनाव समितियों की बैठक से लौटे थे। करीब आधा घंटे बाद रावत वहां से अपनी टीम के साथ अपने घर लौट गए। आज शाम सोशल मीडिया पर प्रदेश की राजनीति के सबसे हॉट दोनों रावतों की मुलाकात की चर्चा चली तो भाजपा भी कुछ समय को असहज हो गई। सूत्रों के अनुसार खुफिया कर्मियों ने भी होटल में जाकर दोनों रावतों की मुलाकात की तस्दीक करने की कोशिश की।

मैं होटल में था। सुना कि कुछ समय बाद हरीश भाई भी वहां आ गए। होटल सार्वजनिक स्थान है। कोई भी आ सकता है। मै कुछ समय बाद वहां से लौट गया था। मेरी रावत से जी कोई मुलाकात नहीं हुई।
डॉ. हरक सिंह रावत, काबीना मंत्री

आईटी-ईडी से बचना है तो होडिंग में सिर्फ मेरा ही फोटो लगाएं
पूर्व सीएम हरीश रावत ने सोमवार को अपने समर्थकों को कुछ खास सलाह दी है। रावत ने कहा कि पर्व-त्यौहारों में कई मित्र बड़े बड़े बैनर होर्डिंग लगाकर मेरे नाम से बधाई देते हैं। उनसे मेरा आग्रह है कि इनमें वो अपना नाम और चित्र न लगाएं। या फिर होर्डिंग ही न लगाएं। क्योंकि यदि आपने होर्डिंग लगाई तो इनकम टैक्स और ईडी वाले आपके घर दस्तक देने पहुंच जाएगी। हरीश रावत का नाम ही चौरिया है।