विधानसभा चुनाव-2022 में न हो नुकसान,रूठे नेताओं को मनाने के लिए बीजेपी ने बनाया यह प्लान

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विधानसभा चुनाव-2022 में भाजपा की पहली 59 प्रत्याशियों की लिस्ट जारी होने के बाद सामने आई बगावत को थामने के लिए पार्टी सांसदों को मोर्चे पर लगाया जा रहा है। पार्टी ने चुनावी रणनीति के तहत बगावत की संभावना को देखते हुए पहले ही कदम उठाने का निर्णय लिया था। इसके लिए पार्टी ने अपने सांसदों को बगावत थामने का जिम्मा दिया था। सूत्रों ने बताया कि प्रत्यशियों की पहली सूची जारी होने के बाद कई सीटों पर बगावत की नौबत पैदा हो गई है।

ऐसे में अब नाराज नेताओ को मनाने की कोशिशें शुरू की जा रही हैं। सूत्रों ने यह भी बताया कि पार्टी ने ऐसे नेताओं को मनाने के लिए उन पर प्रभाव रखने वाले नेताओं को भी काम मे लगा दिया है। भाजपा को टिकट कटने और दावेदारों को टिकट न मिलने पर पहले ही बगावत की आशंका थी और अब इसके असर को कम से कम करने की कोशिशें की जा रही हैं। पार्टी को नरेंद्रनगर सीट पर ओमगोपाल की बगावत से नुकसान होने की आशंका है इसलिए इस सीट के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं।

पार्टी में बगावत जैसी कोई बात नहीं है। टिकट न मिलने पर कार्यकर्ता की नाराजगी होती है, पर भाजपा के सभी कार्यकर्ता अनुशासनित और पार्टी के प्रति समर्पित हैं। अब सभी मिलकर अधिकृत प्रत्याशियों की जीत सुनिश्चित करने के लिए कमर कसकर मजबूती से काम करेंगे।
मदन कौशिक प्रदेश अध्यक्ष, भाजपा