रुद्रप्रयाग के अतुल कुमार की कहानी प्रेरणादायक है। 21 साल के अतुल, जो कभी केदारनाथ में तीर्थयात्रियों को खच्चरों से ले जाते थे, अब IIT-मद्रास से गणित में MSc करेंगे। उन्होंने मुश्किल हालातों में भी अपनी पढ़ाई जारी रखी। Kedarnath Atul IIT Madras अतुल का परिवार बीरों देवल गांव में रहता है। उनके पिता, प्रकाश, एक दुर्घटना के बाद खच्चर चलाने का काम नहीं कर पाते। अतुल की सफलता को देखते हुए हर कोई प्रेरित हो रहा है तो वहीं, बुधवार की रात को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अतुल से फोन पर बात कर उन्हें शुभकामनाएं दी। अतुल से फोन पर बातचीत करने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने मेहनत से अन्य लोगों को प्रेरित किया है। उन्होंने कहा कि सामान्य परिस्थितियों में भी यदि व्यक्ति संकल्प लेकर काम करता है तो उसके सपने जरूर पूरे होते हैं। जीवन में कोई चीज असंभव नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि अतुल ने प्रत्येक उत्तराखंडी को गौरवान्वित और प्रेरित किया है। मुख्यमंत्री ने अतुल को भी हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया। रुद्रप्रयाग जिले के अतुल ने केदारनाथ में घोड़े-खच्चर चलाकर अपनी पढ़ाई का खर्च निकाला। इसके साथ ही अपनी मेहनत और संघर्ष की बदौलत उनका आईआईटी मद्रास में चयन हुआ है।