कोटद्वार: उत्तराखंड ने बीते दिनों अपना 22वां स्थापना दिवस मनाया। ऐसे में इन 22 सालों में भ्रष्टाचार रूपी दीमक ने प्रदेश के पूरे सिस्टम को कितना खोखला कर दिया है। इसकी बानगी लैंसडाउन तहसील क्षेत्र अंतर्गत राजस्व क्षेत्र कौड़िया 4 में दिखाई दी। जहां एक महिला राजस्व उप निरीक्षक एक आवदेक से हैसियत प्रमाण पत्र बनाने की एवज में पैसों की डिमांड कर रही है। ऐसे में राजस्व उप निरीक्षक का यह ऑडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है।
लैंसडौन तहसील में तैनात कर्मियों व भू माफियाओं के मध्य साठगांठ को लेकर पिछले लंबे समय से चर्चा होती आई हैं। गुरुवार को वायरल आडियो में पैसे को लेकर चल रही बातचीत ने इन चर्चा को हवा दे दी है। वायरल आडियो में महिला राजस्व निरीक्षक एक युवक को प्रमाण पत्र जारी करने की एवज में कानूनगो को पैसे देने की बात कह रही है। महिला राजस्व निरीक्षक इस आडियो में युवक को समझा रही है कि तहसील कर्मियों से उनके कई काम पड़ते रहते हैं। ऐसे में लैंसडाउन उपजिलाधिकारी स्मिता परमार को राजस्व उप निरीक्षक व कानूनगो की ओर से आवेदक से पैसे की डिमांड करने वाले ऑडियो के बारे में बताया गया तो उन्होंने कहा कि इस मामले में दोनों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
साथ ही पहले ऑडियो की फॉरेंसिक जांच की जाएगी। अगर, जांच में ऑडियो सही पाया जाता है, तो दोनों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी। ऐसे में उक्त ऑडियो की को लेकर डीएम चौहान ने तत्काल प्रभाव से उपजिलाधिकारी लैंसडाउन को इस मामले में जांच अधिकारी नामित करते हुए इस प्रकरण की सत्यता और वस्तुस्थिति की जांच करने के आदेश किया है। अगर, इस मामले में कोई भी सत्यता पाई जाती है तो नियमानुसार आवश्यक कार्रवाई होगी।