बाबा बौखनाग की डोली अयोध्या राम मंदिर के दर्शन के लिए रवाना, CM Dhami बोले- मेले को दिया जाएगा राजकीय दर्जा

बौखनाग महाराज जी की डोली मंगलवार को अयोध्या के लिए रवाना हो गई है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बौखनाग महाराज जी की डोली को अयोध्या के लिए रवाना किया।

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बाबा बौखनाग की डोली अयोध्या में भगवान राम के दर्शन के लिए रवाना हुई है। Doli of Baukhnag Maharaj सिलक्यारा टनल में फंसे 41 मजदूरों को बाहर निकालने के लिए 17 दिन तक चले रेस्क्यू आपरेशन के लिए बाबा बौखनाग के आशीर्वाद से ही सफल माना गया। जिसके बाद अब टनल के बाहर बाबा बौखनाग का भव्य मंदिर बन रहा है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी परेड़ ग्राउण्ड में बाबा बौखनाग की डोली के अयोध्या धाम भ्रमण कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने बाबा की पूजा अर्चना कर प्रदेश की खुशहाली की कामना की और डोली को स्वयं कंधा देकर रवाना किया। मुख्यमंत्री ने बाबा बौखनाग डोली समिति के सदस्यों का स्वागत करते हुए कहा कि उनकी भी बाबा बौखनाग के प्रति गहरी आस्था है। बाबा की कृपा पूरे उत्तराखण्ड पर है। इसका उदाहरण सिलक्यारा सुरंग में फंसे श्रमिकों की सकुशल निकासी है। इन्हीं की कृपा से यह असंभव कार्य संभव हो सका।

वहीं, सीएम धामी ने घोषणा किया कि बौखनाग मेला को राजकीय मेला किए जाने की जो औपचारिकताएं हैं, वो पूरी की जाएगी। अयोध्या में उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से श्रद्धालुओं के खाने पीने और रहने की व्यवस्था की गई है। बाबा बौखनाग महाराज जी की डोली को रवाना करते वक्त खुद सीएम धामी ने अपने कंधों पर डोली लेकर रवाना किया। साथ ही श्रद्धालुओं के साथ नृत्य भी किया। कार्यक्रम के दौरान सीएम धामी ने बाबा बौखनाग समिति का धन्यवाद देते हुए कहा कि बाबा बौखनाग जहां बिराजे हैं, वहां मेला लगा हुआ है। सीएम ने सिलक्यारा टनल में फंसे मजदूरों का जिक्र करते हुए कहा कि सिलक्यारा टनल के निर्माण कार्य के दौरान 41 मजदूर वहां फंस गए थे। उस दौरान बाबा बौखनाग जी ने कृपा करी, जिसके चलते जो असंभव काम था, वो संभव हो गया और टनल में फंसे मजदूर बाहर आ गए। कार्यक्रम के दौरान बाबा बौखनाग समिति की मांग पर सीएम धामी ने घोषणा की कि बौखनाग मेला को राजकीय मेले किए जाने की जो भी औपचारिकताएं हैं, उसको पूरा किया जाएगा।