Kedarnath Temple: भतूज मेला व रक्षाबंधन के लिए केदारनाथ मंदिर को 11 क्विंटल फूलों से सजाया गया। बुधवार यानी आज रात को धाम में भतूज मेला मनाया जाएगा। भतूज मेले को लेकर तैयारी पूरी हो गई हैं। भगवान केदारनाथ को नए अनाज का भोग चढ़ाने के साथ ही उत्सव भतूज अन्नकूट का आयोजन किया जाता है।
केदारनाथ में भगवान केदारनाथ की आरती के बाद स्वयंभू लिंग को पके चावलों से ढककर उसका श्रृंगार किया जाएगा। इस दौरान रात भर मंदिर के कपाट खुले रहेंगे और श्रद्धालु आराध्य के दर्शन कर सकेंगे। इस दौरान भोले बाबा के श्रृंगार का दृश्य अलौकिक होता है। इसके बाद बृहस्पतिवार को रक्षाबंधन के पावन पर्व पर सुबह स्वयंभू लिंग पर लगे पके चावलों को उतारकर मंदाकिनी नदी में प्रवाहित किया जाएगा।
केदारनाथ मंदिर में अन्नकूट मेला (भतूज) मनाने की परंपरा सदियों से चली आ रही है। रक्षाबंधन से ठीक पहले दिन मेले का आयोजन होता है। मान्यता है कि नए अनाज में पाए जाने वाले विष को भोले बाबा स्वयं ग्रहण करते हैं। इसलिए इस त्योहार को मनाने की परंपरा है। मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी हरीश गौड़ ने बताया कि मंदिर को 11 कुंतल फूलों से सजाया है। बताया कि बुधवार को सायंकाल की पूजा के बाद ज्योर्तिलिंग को पके चावलों से ढक दिया जाएगा और रात्रि को दो बजे से चार बजे सुबह तक श्रद्धालु दर्शन करेंगे।