Uttarakhand Weather: उत्तराखंड में अभी बारिश से राहत मिलती नहीं दिख रही है। मौसम विभाग की मानें तो अगले चार दिनों तक भारी बारिश हो सकती है। जिसके चलते अलर्ट जारी किया गया है। भारी बारिश से प्रदेश की सड़कों को काफी नुकसान पहुंचा है। प्रदेशभर में 377 सड़कें बंद हुई थी। जिसमें में गुरुवार देर शाम तक 124 सड़कें ही खोली जा सकी है। उधर, सड़कें बंद होने से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से जारी किए गए पूर्वानुमान के मुताबिक, देहरादून, नैनीताल और पौड़ी के साथ ही पर्वतीय क्षेत्र में भारी बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, पिथौरागढ़, चंपावत, बागेश्वर और चमोली समेत अन्य क्षेत्रों में बारिश को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है। कुल मिलकर अगले चार दिनों तक प्रदेश में भारी बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। लिहाजा, पर्वतीय क्षेत्र में भारी बारिश के चलते भूस्खलन होने समेत तमाम सड़कों के क्षतिग्रस्त होने की संभावना बनी हुई है।
आपदा परिचालन केंद्र के मुताबिक, 27 जुलाई को 95 और सड़कें बाधित थी। जिसमें से गुरुवार को मात्र 124 सड़कें ही खोली जा सकी है। जबकि अभी भी 253 सड़कें बाधित हैं। हालांकि, कोई भी नेशनल हाईवे बाधित नहीं है, लेकिन 7 स्टेट हाईवे अभी भी बंद हैं। प्रदेश में भारी बारिश और भूस्खलन के चलते बाधित हुई सड़कों को खोलने के लिए पीडब्ल्यूडी की ओर से 227 मशीनें लगाई गई है। भारी बारिश और आपदा जैसे हालातों की वजह से 29 लोगों की मौत भी हो चुकी है। आपदा परिचालन केंद्र की मानें तो 15 जून से 27 जुलाई तक 29 लोगों ने जान गंवाई है. जबकि 32 लोग घायल हुए है। इसके अलावा 403 से ज्यादा पशुओं की मौत हुई है। वहीं, भारी बारिश के चलते 787 मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं। जबकि, 79 मकान का अधिकांश हिस्सा और 27 मकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हुए हैं। इससे इतर 15 जून से अभी तक सड़क दुर्घटनाओं में 43 लोगों की मौत हुई है। जबकि, 147 लोगों के घायल होने के साथ ही 3 व्यक्ति अभी भी लापता हैं।