दिव्यांग पूरन राठौर की कला की चर्चा से बागेश्वर का नाम रोशन, मन की बात में PM Modi ने किया जिक्र

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PM Modi Mann Ki Baat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मन की बात में दुग नाकुरी तहसील के लोक गायक दिव्यांग पूरन राठौर का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि उस्ताद बिस्मिल्लाह खां युवा पुरस्कार से सम्मानित पूरन राठौर ने राजुला मालूशाही, न्योली, हुड़क्या बौल, श्रतु रैण, जागर, भगनौल आदि विधाओं में रचनाएं प्रस्तुत कर संस्कृति बढ़ाने के क्षेत्र में कार्य किया है, वह सराहनीय है। पीएम ने लोगों से अपील की कि उनके (राठौर) के बारे में जरूर पढ़ें। बता दे, पूरन राठौर बागेश्वर जिले के दुग नाकुरी तहसील क्षेत्र के रहने वाले है।

आंखों से दिव्यांग पूरन सिंह राठौर 11 वर्ष की उम्र से गीत गाने लगे। अभी उनकी उम्र 39 वर्ष है। वह पढ़े-लिखे नहीं हैं। उन्हें दिव्यांग पेंशन मिलती है। वह जागर, ऋतु रैण, छपेली, झोड़ा, चांचरी, न्योली और उत्तराखंड फोक गाते हैं। थाली, डांगर, ढोल, दमुआ, हुड़ुका आदि वाद्य यंत्र बजाते हैं। इंटरनेट मीडिया में अपनी कला का प्रदर्शन करते हैं। लोक गायक राठौर अपने पैतृक गांव रीमा में अपने परिवार के साथ रहते हैं। गीत गाकर वह परिवार को भरण पोषण कर रहे हैं। उनकी 15 वर्षीय बेटी रोशन कक्षा 10, 13 वर्षीय नेहा कक्षा सात, 10 वर्षीय गरिमा कक्षा पांच और छह वर्षीय पुत्र मयंक कक्षा एक में पढ़ रहे हैं। पत्नी हेमा देवी उनकी आंखें हैं।

जन्म से ही दृष्टि बाधित पूरन की लोक कला के दीवानों की कमी नहीं है। वह इलाके में खासे चर्चित हैं। बीते 15 फरवरी को जब उन्हें प्रतिष्ठित उस्ताद बिस्मिल्ला खां युवा पुरस्कार मिला, वह और चर्चाओं में आ गए। जिसके बाद आज प्रधानमंत्री मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में उनका जिक्र किया। प्रधानमंत्री की नजर सुदरवर्ती गांव में पूरे देश तक है। जिसका जीता जागता उदाहरण पूरन सिंह राठौर की कला का मन की बात से प्रसारण करना है। कलाकारों, युवाओं और अपने क्षेत्र में अच्छे कार्य कर रहे लोगों में आत्मविश्वास बढ़ेगा।