Haridwar: बैंक मैनेजर ने चार हजार रुपयों के लिए बेच दिया अपना ईमान, भैंस का लोन पास करवाने के लिए मांगी थी रिश्वत

हरिद्वार जिले में दीनदयाल योजना के अन्तर्गत भैंस खरीदने के लिए शिकायतकर्ता से एक-एक लाख ऋण के लिए बैंक मैनेजर संदीप कुमार ने रिश्वत मांगी। जिस पर विजलेस टीम ने कार्यवाही करते हुए बैंक मैनेजर संदीप कुमार को गिरफ्तार किया।

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Bribe in Roorkee: उत्तराखंड मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के जीरो टोलरेंस नीति पर रिश्वतखोर कर्मचारी और अधिकारियों के खिलाफ विजिलेंस की कार्रवाई लगातार जारी है। इसी क्रम में विजिलेंस की टीम ने हरिद्वार जिले में बैंक मैनेजर को 4 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार (Bank manager Sandeep Kumar arrested while taking bribe of Rs. 4 thousand) किया है। विजिलेंस से मिली जानकारी के अनुसार शाखा प्रबंधक यह रिश्वत भैंस खरीद के लिए ऋण देने के नाम पर ले रहा था। दरअसल, लक्सर के पीतपुर निवाली अमन ने बताया कि उसकी पत्नी प्रियंका देवी व उसके चाचा के लड़के मोनू कुमार और पड़ोसी राहुल कुमार ने दीनदयाल योजना के अन्तर्गत भैंस खरीदने के लिए एक-एक लाख ऋण के लिए अपने क्षेत्र के जिला सहकारी बैंक की शाखा ग्राम मगरूनपुर, थाना बहादराबाद हरिद्वार में आवेदन किया था।

शाखा प्रबंधक संदीप कुमार (Branch Manager Sandeep Kumar) निवासी सुढौली, झबरेड़ा की ओर तीन लोन पास करवाने के लिए 11-11 हजार कुल 33 हजार रिश्वत की मांग की। वही, शिकायतकर्ता ने रिश्वत देने की हामी के बाद आवेदन करने वालों के खातों में एक-एक लाख रूपये डाल दिये। जिसके बाद बीती 19 सितंबर को रिश्वत के 29 हजार रुपए प्रबंधक को दे दिए गए, जब 20 सितंबर को मोनू अपने खाते में से लोन के शेष धनराशि निकालनी चाही तो बैंक मैनेजर ने बची हुई रिश्वत की रकम मांगी। जिसके बाद उन्होंने बैंक प्रबंधक को सबक सिखाई की ठानी। जिस पर शिकायतकर्ता ने विजिलेंस के टोल फ्री नम्बर-1064 पर शिकायत की। मौके पर सतर्कता अधिष्ठान सैक्टर देहरादून की ट्रैप टीम ने जाल बिछाकर शाखा प्रबंधक संदीप कुमार को चार हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ दबोच लिया। बता दे, सरकारी काम काजो में आप लोग भी सतर्कता बरतें। ये जिमेदारी सरकारी कर्मचारियों की रहती है कि वो आपकी मदद करें। ऐसी स्थिती में विजिलेंस के टोल फ्री नम्बर-1064 पर शिकायत करें।