हरीश रावत को जब से पंजाब प्रभारी के पद से मुक्त किया गया है तब तो उनकी सक्रियता उत्तराखंड में और तेजी से बढ़ गई है ऐसे में अब हरीश रावत ने साफ कर दिया है कि अगले 4 महीने तक वह उत्तराखंड के अलावा कहीं जाने वाले नहीं हैं
यहां तक कि हरीश रावत ने पार्टी आलाकमान को भी बता दिया है कि उन्हें दिल्ली तभी बुलाया जाए जब बहुत दिन जरूरी काम हो इसके अलावा सीडब्ल्यूसी की बैठकों में भी उनकी अगर जरूरत नहीं है तो उनको उत्तराखंड में रहने ही दिया जाए कुछ का आग्रह किया है साफ है अगले चार महीने तक हरीश रावत ने दिल्ली को भी नमस्ते कर दिया है
साफ है हरीश रावत उम्र के जिस पड़ाव पर है ऐसे में उनके लिए कांग्रेस को सत्ता में लाना बेहद जरूरी हो गया है ऐसे में हरीश रावत के लिए एक-एक दिन एक एक पल महत्वपूर्ण है इसलिए जन संपर्क करने के लिए ना केवल उन्होंने कार्यक्रम बनाने शुरू कर दिए हैं वहीं पार्टी की स्ट्रेटजी भी बनाने में जुट गए हैं ऐसे में आने वाले दिनों में टिकटों के मंथन को लेकर ही हरीश रावत दिल्ली जाएंगे ऐसा लगता है वरना अब उन्होंने उत्तराखंड में तंबू गाड़ दिया है