देहरादून: आय से अधिक संपत्ति मामले में पूर्व IAS रामविलास यादव के खिलाफ ढाई हजार पन्नों की चार्जशीट दाखिल की गई है। रामविलास यादव ने तीन साल में अपनी आय से 2600 फीसदी अधिक संपत्ति अर्जित कर ली थी। संपत्तियों के इस ब्योरे को विजिलेंस ने 2500 पन्नों में लिखकर कोर्ट में प्रस्तुत किया है। अब कोर्ट इस पर संज्ञान लेकर आरोप तय कर ट्रायल शुरू करेगा। साथ ही अब इस मामले में रामविलास की पत्नी कुसुम यादव की परेशानियां बढ़ने वाली हैं। कुसुम यादव की भी जल्द ही 120B के तहत कभी भी गिरफ्तारी हो सकती है।
पूर्व आईएएस रामविलास यादव का ज्यादातर कार्यकाल उत्तर प्रदेश में रहा है। वह 2017 में देहरादून आए और समाज कल्याण विभाग की जिम्मेदारी देख रहे थे। विजिलेंस के अनुसार रामविलास के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति अर्जित मामले की जांच-विवेचना साल 2013 से 2016 तक की गई थी। इन तीन वर्षों में उनके संपत्ति में आज से 2600 गुना अधिक संपत्ति अर्जित करने के पुख्ता दस्तावेज मिले हैं। उत्तर प्रदेश के लखनऊ, गाजीपुर, नोएडा जैसे अलग-अलग स्थानों में चल-अचल संपत्ति, प्रॉपर्टी, बैंक बैलेंस, FD जैसे सभी संपत्तियों का जिक्र आरोप पत्र में किया गया है।
उनकी पत्नी के नाम पर स्कूल, पैतृक गांव में मकान, जमीन, देहरादून में संपत्तियां, लखनऊ में कई संपत्तियां शामिल हैं। विजिलेंस ने उनकी पत्नी को पूछताछ के लिए बुलाना चाहा तो वह पेश नहीं हुईं। इस पर पिछले दिनों उनके खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कर लिया गया। रामविलास के भ्रष्टाचार में उनकी पत्नी को 120b और 109 में सह आरोपी बनाकर विजिलेंस लगातार जांच पड़ताल कर रही है। जानकारी के अनुसार सबूत और साक्ष्य के आधार पर यादव की पत्नी को इस पूरे भ्रष्टाचार के खेल में कमाई गई संपत्ति को ठिकाने लगाने का साजिशकर्ता माना जा रहा है।
अधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, विजिलेंस जल्द ही यादव की पत्नी को भी गिरफ्तार कर सकती है। एक माह के भीतर उनके खिलाफ भी चार्जशीट दाखिल किए जाने की संभावना है। विजिलेंस ने उनकी संपत्तियों और आय से संबंधित सारा ब्योरा खंगाल लिया है। बता दें बीते 23 जून 2022 को आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में लंबी पूछताछ के बाद रिटायर्ड आईएएस रामविलास यादव को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। फिलहाल यादव न्यायिक हिरासत में देहरादून की जेल में बंद हैं।