BJP’s ‘political cycle’ | Uttarakhand News | Panchayat Election | BJP | Congress | CM Dhami

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उत्तराखंड जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में हो गया बड़ा खेला, कांग्रेस देखती रह गई और BJP जीत गई चौका देगा BJP का ‘गेम प्लान’ दोस्तो सियासत के लिए चुनाव तो चुनाव होता है फिर कोई सा चुनाव हो। Uttarakhand Panchayat Elections हर कोई बस चुनाव में जीत चाहता है और उसी के लिए प्लानिंग करता है। प्लानिंग भी ऐसी की सामने वाला सिर्फ देखता रह जाता हैनऔर एक पार्टी हारी हुई बाजी या सीट जीत जाता है। आज में आपको बताने जा रहा हूं कैसे उत्तराखंड पंचायत चुनाव के बाद जिला पंचायत अध्यक्षों की कुर्सी को कब्जाने के लिए खेला हो रहा है साथ ही आपको ये भी बताउंगा की कैसे पंचायत प्रमुखों के चुनाव में कांग्रेस के मुंह से जीत का निवाला छीन ले गई बीजेप। दगड़ियो उत्तराखंड में पंचायत चुनाव के आखिरी चरण में अब बीजेपी ने अपने जिला पंचायत अध्यक्ष और ब्लॉक प्रमुख बनाने के लिए पूरे घोड़े दौड़ा दिए हैं। भाजपा, कांग्रेस के प्रत्याशियों को भी किसी कीमत पर अपने पाले में लाने में जुटी है। मंगलवार को टिहरी गढ़वाल जिला पंचायत सीट पर ऐसा ही कुछ देखने को मिला। यहां निर्दलीय प्रत्याशी ऐश्वर्या सजवाण को अपनी प्रत्याशी सोना सजवाण पर भारी पड़ते देख बीजेपी ने वो गेम खेला कि कांग्रेस चारों खाने चित हो गई या मै ये कहूं कि पंचायत प्रमुखों के चुनाव में कांग्रेस के मुंह से निवाला छीन ले गई बीजेपी। दोस्तो उत्तराखंड में पंचायत चुनाव अपने आखिरी चरण की ओर हैं।

12 जिलों में जिला पंचायत अध्यक्ष और 84 ब्लॉक प्रमुख चुने जाने हैं। 14 अगस्त को चुनाव हैं, भारतीय जनता पार्टी अपना जिला पंचायत अध्यक्ष बनाने को लेकर हर वो पैतरा आजमा रही है, जिससे कांग्रेस की झोली खाली रह जाए। ऐसा ही एक वाकया मंगलवार को टिहरी जिले में देखने को मिला। यहां पर भाजपा ने अपने हाथों से जीत खिसकती देख अपने प्रत्याशी का नाम वापस करवा दिया। कांग्रेस समर्थित प्रत्याशी को भाजपा में शामिल करवा दिया। अब पूरे प्रदेश में बीजेपी के इस गेम प्लान की चर्चा है लेकिन क्या आप जानते हैं ये सब बीजेपी ने कैसे किया वो खेला कैसे हुआ टिहरी में हुआ नाटकीय घटनाक्रम पर कांग्रेस क्या कह रही है। दरअसल टिहरी जिले में जिला पंचायत सदस्य की बीजेपी ने 13 सीटों पर क्लियर जीत हासिल की थी। यहां पर बहुमत के लिए 23 का आंकड़ा बीजेपी को चाहिए था। कांग्रेस ने अपने जिला पंचायत अध्यक्ष के रूप में निर्दलीय प्रत्याशी ऐश्वर्या सजवाण को समर्थन दिया था। यह मानकर चला जा रहा था कि भाजपा की तरफ से पिछले दो बार से जिला पंचायत अध्यक्ष सोना सजवाण प्रत्याशी रहेंगी। सोना ने जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए नामांकन भी किया। लेकिन नाम वापसी की आखिरी तारीख से पहले भाजपा ने पूरा सियासी खेल पलट दिया।

बीजेपी शैलेंद्र बिष्ट अधिकृत प्रत्याशी की जगह निर्दलीय पर चल दिया दांव। बीजेपी समर्थित प्रत्याशी सोना सजवाण ने नाम वापस ले लिया और भाजपा ने कांग्रेस के समर्थित प्रत्याशी ऐश्वर्या सजवाण जिनके नॉमिनेशन में खुद कांग्रेस विधायक विक्रम नेगी मौजूद थे, को अपना अधिकृत प्रत्याशी घोषित कर दिया, यानि कि खेला हो गया। इशिता सजवाण, नवनिर्वाचित जिला पंचायत अध्यक्ष टिहरी लेकिन यहां कांग्रेस का क्या हुआ होगा बल वो थो सिर्फ हाथ मलते रह गए अब कांग्रेस आरोप लगा रही है कि उनके लिए मात्र एक चुनाव जीतना महत्वपूर्ण है। चाहे इसके लिए नैतिकता के कितने भी निचले स्तर पर गलियारों में भाजपा के इस सियासी दांवपेंच की काफी चर्चाएं हो रही हैं। कोई इसे राजनीति के लिए साम, दाम, दंड, भेद बता रहा है, तो कोई इसे राजनीतिक अनैतिकता कह रहा है। अब चुनाव तो चुनाव है दगड़ियो यहां सिर्फ जीत चाहिए। नियम कायदे नैतिकता सुचिता ये सब और खेलों में होता होगा लेकिन सियासी खेल में पलक झपकते ही गेम चेंज हो जाता है। जीती हुई पार्टी हार जाती है और बीजेपी जीत जाती है।