उत्तराखंड की बहादुर बेटी! पहले दिया पेपर, फिर किया मां को विदा..पिता का एक माह पहले हुआ निधन

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उत्तरकाशी के चिन्यालीसौड़ के भड़कोट गांव में 42 वर्षीय महिला को बाघ ने मार डाला। जिस महिला को बाघ ने निवाला बनाया, उसके बच्चे अब अनाथ हो गए। एक माह पहले ही बच्चों के पिता का निधन हुआ था। ऐसे में हर कोई अब बच्चों की फिक्र कर रहा है। लेकिन इस बीच अपने मां की मौत और एक साथ परिवार पर टूटे गमों के सैलाब के बावजूद बेटी ने ऐसा होंसला दिखाया कि हर कोई बेटी को सैल्यूट कर रहा है। शुक्रवार को मां की मौत के बाद बेटी मनीषा का शनिवार को बीए प्रथम वर्ष का पेपर था। पहले पेपर देने के बाद बेटी ने फिर अपनी मां को विदा किया और पूरे संस्कारों के साथ भागीरथी देवी का अंतिम संस्कार कर दिया गया।

बता दे, बीते शुक्रवार को उत्तरकाशी के चिन्यालीसौड़ में गुलदार ने घर के पास घास काट रही महिला को निवाला बना दिया। जिसमें भागीरथी देवी की मौत हो गई। महिला के पति भूपति प्रसाद नौटियाल की भी एक माह पहले हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। उनके दो बच्चे मनीषा (21) और शुभम (19) है। जो कि अब अनाथ हो गए हैं। मां पिता के जाने के बाद अब बच्चों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। बेटी घर की बड़ी है। ऐसे में अब बेटी किस तरह अपना फर्ज निभाएगी। ये भी चुनौती मनीषा के सामने है। मां के गुजरते ही बेटी के सामने दो बड़ी परीक्षाएं थी। एक तरफ मां को विदा करने की दूसरा अपने भविष्य को देखते हुए परीक्षा देने की। बेटी ने विपरीत परिस्थितियों में दोनों ही परीक्षाओं का डटकर सामना किया। पहले अपनी राजकीय महाविद्यालय चिन्यालीसौड़ में बीए प्रथम बर्ष की परीक्षा दी। उसके बाद मां के अंतिम संस्कार में शामिल होकर मां को विदा किया।