Broken chair-table in Gairsain Assembly | Northern Legislative Assembly | Gairsign | BJP | Congress

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गैरसैण विधानसभा सत्र से पहले ही गरमाया सियासी माहौल विपक्ष का हंगामा, सरकार कटघरे में आ गई दगड़ियो गैरसैंण विधानसभा में टूटे कुर्सी-टेबल नौबत तो यहां तक आ गई कि आपस में भिड़ते दिखाई दिए कांग्रेस-बीजेपी विधायक। Congress Protested In Bhararisain मार्शलों ने दौड़कर बचाया दोस्तो बताउँगा पूरी खबर आपको। गैरसैण में विधानसभा सत्र से पहले ही सियासी विस्फोट हो गया विपक्ष का घेराव, सरकार बैकफुट पर विधानसभा में हंगामा ऐसा कि विधानसभा अध्यक्ष कहती रह गई मत करिए मत तोड़िये मत तोड़िये लेकिन दोस्तो विधानसभा में वो सब कुछ टूटा जिसका सरोकार सीधे आपसे है। दगड़ियों गैरसैण में विधानसभा सत्र से पहले ही सियासी विस्फोट हो गया विपक्ष का घेराव, सरकार बैकफुट पर और भी बहुत कुछ देखने को मिला है। दगड़ियों बताने जा रहा हूं उत्तराखंड की सियासत आये में भूचाल के बारे में गैरसैण में विधानसभा का मानसून सत्र शुरू होने से पहले ही सरकार और विपक्ष के बीच तलवारें खिंच गई दोस्तो। माहौल इतना गरम है कि सदन से पहले सड़कों पर ही सियासी रणभेरी बज चुकी है। विपक्ष ने सरकार पर “वोट चोरी” और “लोकतंत्र की हत्या” जैसे गंभीर आरोपों के साथ जबरदस्त हल्ला बोला है। जो नारा देश के फलक पर कांग्रेस दे रही थी। अब वोट चोर गद्दी छोड़ से गैरसैण भी गूंजता दिखाई दिया, पहले ही दिन विपक्ष ने सरकार को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ी।

हाथों में तख्तियां, चेहरे पर आक्रोश, और गगनभेदी नारे – गैरसैण विधानसभा के बाहर का नज़ारा किसी आंदोलन से कम नहीं था। कांग्रेस नेताओं ने सीधे सरकार को “जनादेश की नहीं, धनादेश की उपज” करार देते हुए सत्र से पहले ही जंग का ऐलान कर दिया। यशपाल आर्य का सीधा वार देखने को मिला कह दिया कि लोकतंत्र को कुचला गया है। विपक्ष के फ्रंटफुट पर खेलते हुए नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने सरकार को ललकारा। उन्होंने कहा यह सरकार लोकतांत्रिक नहीं, प्रायोजित है। जनभावनाओं के साथ धोखा हुआ है और अब जवाब देना ही होगा इतना भर नहीं था उनके साथ प्रीतम सिंह और भुवन कापड़ी जैसे वरिष्ठ नेता भी सख्त तेवर में नज़र आए। सबका एक ही सुर दगड़ियों ये टकराव तब हो रहा है जब सत्र महज तीन दिन का होना है। इसे समझना भी होगा। विधानसभा परिसर में लगे आरोपों और नारेबाज़ी से साफ हो गया है कि यह सत्र शांति से नहीं गुजरने वाला। विपक्ष अब सड़कों से सदन तक सरकार का पीछा करने को तैयार दिखाई दे रहा है सरकार भी चुप नहीं बैठी। कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा ने विपक्ष पर पलटवार करते हुए कहा कि विपक्ष मुद्दाविहीन है और सिर्फ “सत्र को हाईजैक” करने की रणनीति अपना रहा है।

जनता देख रही है कि किसके पास काम है और किसके पास सिर्फ शोर उन्होंने विपक्ष की हरकतों को लोकतंत्र के मूल्यों के खिलाफ बताया और सदन की गरिमा को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया लेकिन दोस्तो जो तस्वीर हालिया दिनों में देखने को मिली हैं फिर वो चुनाव के दौरान गोली चलना हो सदस्यों का अपहरण करना हो और अब सदन में तोड़फोड़ करना। सब कुछ बताने के लिए काफी है कि हमारे आपके जनप्रतिनिधियों को हमारी कितनी चिंता है फिर वो सत्ता पक्ष बीजेपी हो या कांग्रेस। इस सियासी घमासान का सबसे काला पक्ष तब सामने आया जब स्पीकर ने खुलासा किया कि कुछ विपक्षी विधायकों ने सचिव की टेबल, माइक और टैबलेट तोड़ डाले। यह कोई विरोध नहीं, बल्कि सदन की गरिमा पर सीधा हमला लगता है। तो दगड़ियों जो शुरुआत हुई है, वो बताती है कि ये सत्र हंगामेदार होगा। विपक्ष की मंशा है। सरकार को बैकफुट पर लाना, और सरकार डटी है। हर आरोप को राजनीति से प्रेरित बताने में पर इस सबके बीच, जनता के असली मुद्दे – बेरोज़गारी, महंगाई, भ्रष्टाचार – क्या हाशिए पर चले जाएंगे?क्या उत्तराखंड की जनता को उनके सवालों का जवाब मिलेगा, या फिर ये सत्र भी राजनीतिक ड्रामे की भेंट चढ़ जाएगा?