चार धाम यात्रा के शुरू होते ही उत्तराखंड में पर्यटकों की भीड़ पहुंचनी शुरू हो गई है। यहां श्रद्धालु इतनी तादाद में पहुंच रहे हैं, जिसका अंदाजा शासन प्रशासन को भी नहीं था। दरअसल, इस बार दो वर्ष बाद कोरोना की छाया से मुक्त होकर बिना किसी प्रतिबंध के चार धाम यात्रा शुरू हुई है। ऐसे में देश के कोने-कोने से श्रद्धालु यात्रा करने के लिए पहुंच रहे है। आंकड़ों में देखा जाए तो सबसे अधिक श्रद्धालुओं की भीड़ बाबा केदार के दर्शन के लिए है।
हर दिन केदार बाबा के दरबार में हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं, जिससे यात्रा पड़ावों में व्यवसाय कर रहे व्यापारियों के चेहरे खिले हुए हैं। 2 साल से पहाड़ के लोगों के टप पड़े व्यवसाय फिर से गतिमान हो गए हैं। हर दिन बाबा के दरबार में हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए जिला प्रशासन की ओर यात्रा मार्गो पर व्यवस्थाओं को और अधिक सुदृढ़ करने के प्रयास किये जा रहे हैं, जबकि पुलिस प्रशासन की ओर से भी यात्रियों की हरसंभव मदद की जा रही है।
आपको बता दें जहां 2019 की यात्रा में पहले दिन नौ हजार व दूसरे दिन सात हजार और तीसरे दिन आठ हजार के करीब श्रद्धालु पहुंचे थे। वही इस वर्ष केदारनाथ धाम में पहले दिन 23,512 दूसरे दिन 18,212 और तीसरे दिन 17,749 बाबा केदार के दर्शन किए, जबकि चौथे दिन सोमवार दोपहर तक 16 हजार से अधिक तीर्थयात्री केदारनाथ धाम की यात्रा पर निकल गये थे। चार दिनों में लगभग 75 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दर्शन कर लिए हैं।
दरअसल, केदारघाटी की 60 प्रतिशत आबादी केदारनाथ यात्रा पर निर्भर रहती है। छः माह यात्रा में रोजगार करने के बाद यहां के लोग सालभर का गुजारा करते हैं। दो साल तक कोरोना महामारी के कारण केदारघाटी का व्यवसाय अंधकार में चला गया था और स्थानीय व्यापारियों को बड़ी मुश्किल से अपना गुजर बसर करना पड़ा। केदारनाथ यात्रा ने पिछले सारे रिकार्ड तोड़ दिए हैं। अभी तक चार दिनों की यात्रा में 75 हजार के करीब तीर्थयात्रियों ने बाबा केदार के दर्शन कर लिए हैं। जोकि साफ जाहिर करता है विगत वर्षों के सारे रिकॉर्ड टूट चुके हैं।