देहरादून: पेपर लीक मामले में आरोपित पूर्व भाजपा नेता व जिपं सदस्य हाकम सिंह रावत के सांकरी मोरी स्थित रिसॉर्ट पर आज बुलडोजर चलेगा। जिला प्रशासन की ओर से विभिन्न थानों की पुलिस फोर्स मौके पर तैनात की गई है। वन विभाग की भूमि पर बने दो रिसॉर्ट को आज तोड़ा जाना है। इसके लिए प्रशासन वन विभाग ने पूरी तैयारी की है लोक निर्माण विभाग की दो जेसीबी मौके पर बुलाई गई है। वहीं रिसॉर्ट तोड़े जाने की सूचना पर हाकम सिंह की पत्नी व स्वजन भी बड़ी संख्या में मौके पर पहुंचे हैं। मौके पर ग्रामीणों की भारी भीड़ जमा है। लोग फिर से जांच करने की मांग कर रहे हैं।
पूर्व भाजपा नेता हाकम सिंह रावत के आलीशान रिसॉर्ट सहित तीन भवन राजस्व भूमि पर चिन्हित किए गए हैं। जबकि दो भवन और 130 पेड़ों का सेब का बागीचा गोविंद वन्यजीव विहार राष्ट्रीय उद्यान की भूमि पर चिन्हित किया गया है। राजस्व विभाग की 1.128 हेक्टेयर भूमि पर हाकम सिंह रावत ने भव्य रिसॉर्ट बनाया है। जो सबसे अधिक चर्चाओं में भी रहा है। इसके अलावा राजस्व भूमि पर हाकम सिंह रावत के दो अन्य भवन भी मिले हैं। पार्क की 0.907 हेक्टेयर भूमि पर सेब का एक बड़ा बागीचा और दो भवन भी मिले।
पिछले 14 वर्षों के अंतराल में वन विभाग और राजस्व विभाग में तैनात रहे अफसरों ने हाकम सिंह को इस अनैतिक कार्य करने से रोकने की जहमत तक नहीं उठाई। बल्कि ये रिसॉर्ट नेताओं और नौकरशाहों के लिए ऐशगाह बने रहे और हाकम सिंह पर सिस्टम की कृपा भी बरसती रही। जिसके कारण हाकम सिंह की सत्ता और सिस्टम से निकटता बनी। लिवाड़ी गांव से 27 किलोमीटर पहले सांकरी गांव में करीब छह नाली भूमि हाकम सिंह की पत्नी विसुली देवी के नाम पर है। बताया जाता है कि यह भूमि हाकम सिंह को दहेज में मिली। हाकम सिंह रावत ने पहले इस भूमि पर एक भवन और एक अन्न का कोठार तैयार किया। वर्ष 2008-09 में हाकम सिंह ने राजस्व व वन विभाग की भूमि पर अतिक्रमण व अवैध निर्माण शुरू किया।