देहरादून: मंत्री सतपाल महाराज ने सोमवार को रिंग रोड स्थित एक होटल में अम्बे सिने हाऊस द्वारा आयोजित कार्यक्रम में लोक संस्कृति के संरक्षण हेतु लोक भाषाओं गढ़वाली, कुमांऊनी को समर्पित उत्तराखंड के पहले ओटीटी प्लेटफॉर्म ऐप “अम्बे सिने” को लॉच किया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में बोलते हुए कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि विगत कुछ वर्षों में कई ओटीटी प्लेटफॉर्म ने खासी सफलता हासिल की है. इस दिशा में उत्तराखंड का पहला ओटीटी प्लेटफॉर्म शुरू होना एक प्रगतिशील कदम है। उत्तराखंड में भी सरकार ओटीटी प्लेटफॉर्म के लिए शीघ्र ही एक पॉलिसी बनाने जा रही है। इसके लिए लोगों से सुझाव लिए जा रहे हैं। महाराज ने कहा कि ओटीटी प्लेटफॉर्म पर अभी जो फिल्में या वेव सीरीज बनती हैं उनके लिए हमारे यहाँ सब्सिडी का प्राविधान नहीं है।
देहरादून में उत्तराखंड के प्रथम लोकभाषाई ओटीटी प्लेटफॉर्म अम्बे के शुभारंभ कार्यक्रम में शामिल हुआ। यह वाकई एक प्रगतिशील कदम है। इस अवसर पर एमडी अम्बे ग्रुप श्री हर्षपाल चौधरी जी, चेयरमैन अम्बे ग्रुप श्रीमती बीना चौधरी जी, पूर्व राज्यमंत्री श्री घनानंद जी उपस्थित रहे।@PMOIndia pic.twitter.com/DLXXjJuLqZ
— Satpal Maharaj (@satpalmaharaj) October 3, 2022
बहुत सी फिल्में अभी क्योंकि सिनेमा हॉल में रिलीज न होकर ओटीटी प्लेटफॉर्म पर ही रिलीज होती हैं। लोक संस्कृति के संरक्षण हेतु ओटीटी प्लेटफॉर्म एक बड़ा प्लेटफार्म है इसलिए प्रदेश सरकार इसके लिए एक पॉलिसी बनाने जा रही है। वहीँ इस मौके पर विशिष्ट अतिथि लोकगायक नरेंद्र सिंह नेगी ने कहा कि उत्तराखंड में इस एप का आगमन उत्तराखंडी सिनेमा के इतिहास में एक मील का पत्थर साबित होगा। इससे गढ़वाली और कुमाउनी बोलियों के प्रसार में सहयोग मिलेगा। हास्य कलाकार घनानन्द ने पहल की सराहना की। एप के संस्थापक सदस्य और फिल्म निर्देशक अनुज जोशी ने कहा कि इस प्लेटफार्म के माध्यम से गढ़वाली, कुमाऊंनी फिल्म, वेब सीरीज, डाक्यूमेंट्री आदि का निर्माण कर लोगों के सामने लाया जाएगा।