Pithoragarh: धारचूला-गुंजी सड़क पर भूस्खलन की चपेट में आई कार, सात लोगों की मौत

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Pithoragarh Accident News: उत्तराखंड में रविवार का दिन हादसों का दिन रहा। पिथौरागढ़ (Pithoragarh) जिले में एक कार भूस्खलन की चपेट में आ गई। जिस समय ये हादसा हुआ उस समय गाड़ी में 7 लोग सवार बताए जा रहे हैं। जो कि इस हादसे में चट्टान के नीचे आकर दब गए। रविवार को लगातार सात घंटे तक खोज एवं बचाव अभियान चलाने के बावजूद चट्टानों के नीचे दबी कार का पता नहीं चल सका। अंधेरा होने के कारण शाम सात बजे अभियान बंद कर दिया गया। जिसके बाद आज सुबह से अभियान जारी है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, धारचूला उपमंडल में कैलाश मानसरोवर मार्ग पर थाक्ती में दोपहर करीब दो बजे हुई। धारचूला के उप जिलाधिकारी दिवेश शास्नी (Deputy District Magistrate Divesh Shasni) ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि दुर्घटना की शिकार हुई कार बूंदी से आ रही थी। इसी बीच कैलाश मानसरोवर मार्ग पर थाक्ती में दोपहर दो बजे अचानक पहाड़ी से ढेर सारा मलबा कार पर आ गिरा।

धारचूला के उप जिलाधिकारी दिवेश शास्नी ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इस जीप से आगे चल रही दूसरी जीप के चालक अजय ने जब गड़गड़ाहट की आवाज सुनी तो उन्हें हादसे का पता चला। उन्होंने घटना की जानकारी नेपाली सिम से धारचूला में परिचितों को दी। इसके बाद पुलिस, एसएसबी 11वीं वाहिनी, एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची। बीआरओ के डोजर और पोकलेन की मदद से चट्टानों को हटाने का काम शुरू किया गया लेकिन करीब 50 मीटर तक विशालकाय चट्टानों के पड़े होने से जीप और उसमें सवार लोगों का पता नहीं चल सका। देर शाम मलबे में जीप की छत का कुछ हिस्सा और किसी यात्री के शरीर के कुछ टुकड़े नजर आए। इस बीच अंधेरा होने और फिर से चट्टानों के गिरने की आशंका को देखते हुए अभियान रोकना पड़ा। बताया जा रहा है कि इस जीप में नपलच्यू गांव निवासी वीदन सिंह के तीन बच्चे और बुंदी गांव के सेवानिवृत शिक्षक तुला राम बुदियाल और उनकी पत्नी आशु देवी सहित सात लोग सवार थे। जीप चालक बलुवाकोट निवासी बताया जा रहा है। आशंका जताई जा रही है कि कुछ लोग रास्ते से भी इस जीप में सवार हुए थे। ऐसे में संख्या बढ़ सकती है।