उत्तराखंड: केंद्र सरकार ने यमुनोत्री रोपवे परियोजना को दी मंजूरी, 10 मिनट में पूरा होगा 5 घंटे का सफर

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Yamunotri Ropeway Project: उत्तराखंड के चार धामों में शामिल यमुनोत्री के लिए रोपवे परियोजना को केंद्र सरकार की ओर से मंजूरी मिल गई है। इस प्रोजेक्ट का उत्तराखंडवासी लंबे समय से इंतजार कर रहे थे। इस प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद तीर्थयात्रियों को पांच घंटे पैदल कठिन चढ़ाई से मुक्ति मिल जाएगी और 10 मिनट में वो ये दूरी तय कर लेंगे। जिला पर्यटन अधिकारी राहुल चौबे ने कहा कि खरसाली से यमुनोत्री तक 3.7 किमी रोपवे न केवल हिमालय के मंदिर की दूरी को कम करेगा। बल्कि तीर्थयात्रियों, विशेष रूप से बुजुर्गों को लगभग 5 किमी की कठिन यात्रा करने से भी बचाएगा। स्थानीय लोगों का कहना है कि यमुनोत्री रोपवे बन जाने के बाद जो यात्रा पांच घंटे में होती थी, वो सिमटकर महज 10 मिनट में पूरी हो सकेगी।

राहुल चौबे ने कहा कि 1,200 करोड़ रुपये की परियोजना की आधारशिला 2011 में तत्कालीन भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी और तत्कालीन मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने रखी थी। राहुल चौबे ने आगे कहा कि खरसाली के ग्रामीणों ने परियोजना के लिए लगभग 14,880 वर्ग गज (62 नाली) जमीन दी थी। हालांकि, इस उद्देश्य के लिए वन भूमि के अधिग्रहण में अड़चनों के कारण इसे शुरू नहीं किया जा सका था। पर्यावरण और वन मंत्रालय ने अब परियोजना के लिए 3.8 हेक्टेयर भूमि पर्यटन विभाग को हस्तांतरित कर दी है। राज्य के चार धामों में गिना जाने वाले यमुनोत्री धाम पहुंचने के लिए फिलहाल लोगों को सड़क मार्ग से जानकी जट्टी तक पहुंचना होता है। इसके बाद यमुनोत्री धाम यानी मंदिर जाने के लिए करीब 5 किमी की पैदल खड़ी चढ़ाई करनी होती है। इस पैदल मार्ग पर तीर्थयात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।