उत्तराखंड पिछले 50 घंटे से हो रही लगातार बारिश का असर चारों तरफ देखा जा रहा है। गढ़वाल हो या कुमाऊं पहाड़ हो या तराई हर जगह पानी से भारी नुकसान हुआ है। उत्तराखंड में आपदा जैसे हालात बनने के बाद अब केंद्र सरकार ने राज्य के लिए मदद के हाथ आगे बढ़ाएं हैं। केंद्र सरकार के गृह मंत्रालय की सिफारिश के बाद उत्तराखंड को फौरी तौर पर 413.20 करोड़ रुपए की राशि जारी की गई है। वित्त मंत्रालय ने कहा कि देश भर में भारी बारिश के मद्देनजर दिशानिर्देशों में ढील दी गई है। राज्यों को तत्काल सहायता के रूप में धन जारी किया गया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड को आपदा मोचन निधि के अंतर्गत 413 करोड़ की राशि जारी करने को लेकर प्रधानमंत्री का आभार जताया है। उन्होंने पीएम को धन्यवाद कहा है। गौरतलब है कि इस कठिन समय में इस राशि से प्रदेश में जनता को सहायता पहुंचाई जाएगी।
बता दे, उत्तराखंड में 300 से अधिक सड़कें फिलहाल बंद पड़ी हैं। इसमें कई नेशनल हाईवे भी शामिल हैं। इतना ही नहीं चमोली, उत्तरकाशी, टिहरी गढ़वाल, नैनीताल और पिथौरागढ़ जैसे इलाके इस बारिश में सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं। वहीं हरिद्वार के कई ऐसे भी क्षेत्र हैं, जो पिछले 50 घंटे से डूबे हुए हैं। इसमें सबसे बड़ा गांव लक्सर का क्षेत्र है, जहां पर लगभग 4000 परिवारों पर बाणगंगा का पानी कहर बनकर टूटा है। इन्हीं सब हालातों को देखते हुए राज्य सरकार ने केंद्र सरकार से मदद मांगी थी। गृह मंत्रालय ने हिमाचल, सिक्किम और उत्तराखंड जैसे पहाड़ी राज्यों को तत्काल प्रभाव से आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया है। उत्तराखंड में यह बारिश कब रुकेगी फिलहाल यह कहना मुश्किल है. क्योंकि बीते 50 घंटे से बारिश पहाड़ों और मैदानी इलाकों में कहर बनकर टूट रही है। पहाड़ों की बारिश का पानी निचले इलाकों में भारी तबाही मचा रहा है। केदारनाथ यात्रा मार्ग पर बुधवार को लैंडस्लाइड के कारण गुजरात की एक युवती खाई में गिर गई थी। युवती की मौत हो गई।