चारधाम यात्रा: हफ्तेभर में ही 20 तीर्थयात्रियों की मौत, शासन-प्रशासन के फूले हाथ-पांव

Share

Chardham Yatra 2022: तीन मई को गंगोत्री और यमुनोत्री धाम और छह को केदारनाथ व आठ मई को बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ उत्तराखंड में चारधाम यात्रा सुचारू रूप से चल रही है। रोजाना हज़ारों की तादाद में यात्री चारों धामों में दर्शन को पहुंच रहे हैं। अब तक 9.5 लाख यात्रियों ने चारधाम यात्रा के लिए अपना रजिस्ट्रेशन करा लिया है और बिना पंजीकरण भी यात्री चारों धामों में पहुंच रहे हैं।

एक तरफ चारधाम यात्रा को लेकर भारी उत्साह दिख रहा तो दूसरी तरफ छह दिनों में 21 यात्रियों की मौत ने चिन्ता बढ़ा दी है। पहले हफ्ते में ही 20 श्रद्धालुओं की मौत अचानक तबियत बिगड़ने से हो चुकी है। हालांकि स्वस्थ्य विभाग 15 लोगों के मौत की ही पुष्टि कर रहा है। स्वास्थ्य महानिदेशक ने बताया कि यमुनोत्री धाम में 8 , गंगोत्री में 2 और केदारनाथ धाम में 5 लोगों की अब तक मौत की पुष्टि हो चुकी है। केदारनाथ में सबसे अधिक संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। जबकि इस अनुपात में इमरजेंसी मेडिकल फ़ैसिलिटी मिल नहीं पा रही जिससे कई यात्रियों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा है।

चार धाम यात्रा पर आने से पहले इन बातों का रखें विशेष ध्यान

  • चारधाम यात्रा पर उत्तराखंड आने की तैयारी कर रहे हैं तो सबसे पहले अपनी हेल्थ टेस्ट जरूर कराएँ।
  • 60प्लस आयुवर्ग वाले यात्री, यात्रा पड़ावों पर मिलने वाली स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ उठाकर अपना हेल्थ चेकअप कराते रहें।
  • भले आप गरम क्षेत्रों से आ रहे हों लेकिन चारधाम यात्रा के लिए पर्याप्त गरम कपड़े लेकर आएँ।
  • चढ़ाई चढ़ने में कठिनाई महसूस हो रही हो तो खुद के साथ ज़बरदस्ती न करते हुए यात्रा अगले दिन के लिए स्थगित कर दें।
  • साँस फूलने, दिल की धड़कन तेज होने, बेहोशी या चक्कर आने पर बिना देरी किए डॉक्टर से सलाह लें।