Delhi Chhawla Gangrape: राजधानी दिल्ली में साल 2012 में हुए छावला गैंगरेप और मर्डर केस में बीते दिनों सुप्रीम कोर्ट ने तीनों आरोपियों को बरी कर दिया था। सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले पर पीड़िता के मां-बाप ने सवाल उठाए थे। साथ ही फैसले को लेकर पुनर्विचार याचिका दाखिल करने को कहा था। वहीं अब दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने तीनों आरोपियों को बरी किए जाने के खिलाफ पुनर्विचार याचिका दायर करने को मंजूरी दे दी है। बता दें कि इस मामले में निचली अदालत और दिल्ली हाईकोर्ट ने फांसी की सुजा सुनाई थी जिसे सुप्रीम कोर्ट ने बदलते हुए तीनों दोषियों को बरी कर दिया था।
छावला केस में आरोपियों को बरी किए जाने के विरुद्ध पुनर्विचार याचिका दाखिल करने को मंजूरी देने हेतु दिल्ली के उपराज्यपाल जी का हार्दिक आभार।
उत्तराखण्ड की बेटी को न्याय दिलवाने व दोषियों को कठोरतम सजा मिले यह सुनिश्चित करने हेतु हमारी सरकार हर संभव प्रयास करेगी।@LtGovDelhi
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) November 21, 2022
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने छावला दुष्कर्म व हत्या मामले में पीडि़त उत्तराखंड की बेटी के माता-पिता से रविवार को नई दिल्ली स्थित उत्तराखंड सदन में मुलाकात की थी। इस दौरान उन्होंने कहा था कि उत्तराखंड की बेटी को न्याय दिलाने के लिए राज्य सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। मामले से संबंधित वकील चारू खन्ना से भी पूरी जानकारी ली गई है। पूरा उत्तराखंड उनके साथ है। मुख्यमंत्री ने कुछ दिन पूर्व उत्तराखंड की बेटी के पिता से फोन पर बात की थी और कहा था कि वह जल्द दिल्ली आकर उनसे मुलाकात करेंगे।