उत्तराखंड: मुख्यमंत्री धामी ने प्रभावित इलाकों का किया हवाई सर्वेक्षण, अधिकारियों को दिए ये निर्देश

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Dehradun News: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कोटद्वार आपदा प्रभावित क्षेत्रों का स्थलीय दौरा किया। इसी बीच उन्होंने जिलाधिकारी आशीष चौहान को जनपद में आपदा से प्रभावित क्षेत्रों का चिन्हित कर रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए। साथ ही प्रभावितों के लिए जरूरी सामान जैसे कपड़े, राशन, पेयजल और विद्युत की व्यवस्था आपद मद से करने की बात कही है। इसके अलावा उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्षा ऋतु खंडूड़ी ने मुख्यमंत्री से प्रभावित लोगों के लिए प्रधानमंत्री अटल आवास के तहत लोगों को उचित स्थान पर आवास योजना की मांग की है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी हरिद्वार से कोटद्वार हैली पैड पहुंचे और फिर वहां से सनेह पट्टी के लालपानी, काशीरामपुर और गाड़ीघाट पुल कौड़ियां का दौरा किया। साथ ही मुख्यमंत्री ने मालन नदी पर बने पुल का भी जायजा लिया। आपदा प्रभावित दौरे के दौरान मुख्यमंत्री ने उप जिलाधिकारी को निर्देशित किया कि कोटद्वार में नदियों के समीप रह रहे लोगों को घर खाली कर सुरक्षित दैवीय आपदा शिविरों में स्थापित किया जाए।

भीषण अतिवृष्टि और बादल फटने के बाद कोटद्वार के शहरी क्षेत्र में भारी तबाही हुई है। नदियों का जलस्तर से पिछले 70 वर्षों का रिकार्ड टूटा है। 13 जुलाई को मालन नदी पर बना पुल जमींदोज हो गया। इसी बीच एक व्यक्ति की मौत भी हो गई। 8 अगस्त की रात पनियाली नदी के तेज बहाव में कौड़ियां पुल बहने से नदी का पानी गबर सिंह सेना कैंप व कौड़ियां गांव में भर गया, जबकि 9 अगस्त को बादल फटने से गाडीघाट पुल का एप्रोच खो नदी में समा गया। जिससे सिम्मचौड़ गांव में बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई है। वहीं सटे सौड़, लदोखी, धरगांव, चौंडली, मैती काटल, जौरासी आदि गांवों में कई नाली कृषि भूमि मलबे में दब गई। चूना महेड़ा की प्रधान सादिया बेगम ने बताया कि गांव में मंगलवार रात को 11:00 बजे हुई अतिवृष्टि के दौरान मोहम्मद उस्मान, रहमत अली, शौकत अली, हकूमूद्दीन के भवन ध्वस्त हो गए जबकि एक वृद्ध रहमत अली (90) लापता हो गए।