प्रदेश में विरोध के बावजूद स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने का काम शुरू हो गया है। जल्द ही आम उपभोक्ताओं के घरों तक स्मार्ट मीटर पहुंचने वाला है। जिसको लेकर लोगों की कई तरह की आशंकाएं हैं। Smart Meter Uttarakhand एक तरफ जहां कांग्रेस स्मार्ट प्रीपेड मीटर का विरोध कर रही है तो वही दूसरी तरफ सरकार स्मार्ट प्रीपेड मीटर के फायदे गिनाने में लगी हुई है। उत्तराखंड में सभी मंत्रियों, विधायकों और अधिकारियों के घरों पर स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। मुख्यमंत्री धामी ने इस संबंध में निर्देश दिए। प्रमुख सचिव ऊर्जा ने इस संबंध में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि स्मार्ट प्रीपेड मीटरभारत सरकार के निर्देशन में लगाये जा रहे हैं और उत्तराखंड भी इसको तय लक्ष्य के अनुसार समय से उपभोक्ताओं के घरों तक पहुंचाना चाहता है।
उन्होंने कहा कि स्मार्ट प्रीपेड मीटरको लेकर कई भ्रांतियां हैं, जिनको समझना बेहद जरूरी है। प्रमुख सचिव ने कहा कि स्मार्ट प्रीपेड मीटरघरों में लगाने की शुरुआत हो चुकी है और सबसे पहले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और मंत्रिमंडल के अलावा विधायकों के घरों पर स्मार्ट प्रीपेड मीटरलगाए जाएंगे। पार्टी के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि स्मार्ट मीटर उपभोक्ता और प्रदेश दोनों की आर्थिकी के लिए जरूरी है। उन्होंने विपक्ष के आरोपों को भ्रामक दुष्प्रचार से प्रेरित करार दिया। कहा, स्मार्ट मीटर से उपभोक्ताओं को बिजली खपत से जुड़ी सूचनाओं की ऑनलाइन उपलब्धता, पल-पल के बिजली के उपयोग की जानकारी, सभी जरूरी सूचनाओं के संदेश, बिजली के उपयोग की तुलना आदि सहित आसानी से भुगतान के कई विकल्प मिलेंगे।