उत्तराखंड के युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सहजता और सरलता के कायल सब हैं लेकिन अब देश भर से आ रहे शिवभक्त कांवड़िए भी उनके अंदाज-ए-बयां के फैन हो गए हैं। शनिवार को मुख्यमंत्री धामी ने हरिद्वार पहुंच कर कांवड़ियों के पैर धोकर उन्हें गंगाजल भेंट कर देवभूमि उत्तराखंड में उनका स्वागत किया। इससे पहले मुख्यमंत्री ने हरकी पैड़ी पर शिवभक्तों पर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा करवाई। सीएम धामी ने इसी अंदाज में पिछले साल भी कांवड़ियों के पैर धोकर उनका स्वागत-सम्मान किया था।
सीएम धामी की हरिद्वार में कांवड़ियों के पैर धोने की तस्वीरें जब वायरल होने लगी तो देहरादून में किसी ने कहा, ये तो “धर्म रक्षक धामी” नजर आ रहे। दरअसल, सीएम धामी जिस अंदाज में सधे कदमों से आगे बढ़ रहे हैं, उससे उनकी इमेज हिंदू धर्मावलंबियों में कुछ ऐसी ही बन रही। यह सिर्फ कांवड़ियों के पैर धोने भर की बात नहीं बल्कि जिस तरह से धामी ने पहले सख्त धर्मांतरण विरोधी कानून बनाया और उसके बाद यूनिफॉर्म सिविल कोड पर एक्सपर्ट कमेटी बनाकर बड़ी लकीर खींच दी, उससे उनकी छवि अलग ही नजर आ रही है। यहां तक कि बीजेपी के युवा ठाकुर चेहरे के तौर पर धामी की छवि देशभर में जमकर प्रचारित हुई हैं।
पहले इस कतार में अकेले यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ खड़े नजर आते थे और कभी कभार असम सीएम हिमंत बिस्वा सरमा इस दौड़ में दिखते थे। लेकिन धामी ने पहले सख्त धर्मांतरण विरोधी कानून,फिर मजार जिहाद के खिलाफ बुल्डोजर एक्शन और अब जमीनों पर अवैध कब्जा करने वालों के खिलाफ अध्यादेश लाकर 10 साल तक की सजा का कड़ा प्रावधान कर धमक दिखा दी है। ऊपर से हरिद्वार आकर सैंकड़ों किलोमीटर पैदल चलकर गंगा जल लेकर जाने वाले कांवड़ियों को आसान पर बिठा खुद जमीन पर बैठ कर उनके पैर धोते धामी मुख्य सेवक के रूप में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संकल्प को जीते नजर आते हैं। जाहिर है उनकी ये छवि ही उन्हें औरों से अलग और बहुत आगे खड़ा कर देती हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को हरिद्वार के डामकोठी के पास ओम पुल, गंगा घाट में विभिन्न प्रदेशों से देवभूमि उत्तराखण्ड आये शिवभक्त कांवड़ियों के चरण धोकर एवं उन्हें सम्मान स्वरूप गंगाजल भेंट कर उनका स्वागत किया। इस दौरान उन्होंने डामकोठी में पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण एवं स्वच्छ कांवड़ यात्रा का संदेश दिया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देश के विभिन्न राज्यों से उत्तराखंड आए कांवड़ियों का स्वागत करते हुए कहा कि हरिद्वार पूरे देश की श्रद्धा का केंद्र है। इस पवित्र जगह मां गंगा एवं भगवन भोलेनाथ का विशेष आशिर्वाद है। श्रावण मास में कावड़ यात्रा का विशेष महत्व है। राज्य सरकार को कांवड़ियों का स्वागत करने का सौभाग्य मिला है। कांवड़ यात्रा को सुगम सुरक्षित बनाकर सरकार इस यात्रा में कावड़ियों का सहयोगी बनकर कार्य कर रही है। कांवड़ियों की सेवा करना सभी के लिए पुण्य का काम है।