सीएम धामी ने किया ऐलान, विधानसभा भर्तियों की होगी जांच

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देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा की भर्तियों की जांच होगी। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को इसके संकेत दिए। उन्होंने कहा कि इस संबंध में वह स्पीकर से बात करेंगे। गड़बड़ी होने पर जांच होगी। पूर्व स्पीकर गोविंद सिंह कुंजवाल के कार्यकाल में हुई भर्तियां जांच के घेरे में होगी। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष कुंजवाल के कार्यकाल में हुई उनके रिश्तेदारों की भर्तियां होने की बात सामने आई थी। वहीं अब भाजपा और कांग्रेस में पोल खोल की जग शुरू हो गई। भाजपा नेताओं ने विधानसभा में नौकरी पाने वाले पूर्व स्पीकर कुंजवाल के रिश्तेदारों व करीबियों की सूची वायरल की है। कुंजवाल के कार्यकाल में 150 से अधिक नियुक्तियाँ हुई थी, जिन पर सवाल उठे थे।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अब विधानसभा में हुई नियुक्तियों की जांच करवाने की बात कह दी है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा विधानसभा एक संवैधानिक संस्था है इस लिहाजा वे विधानसभा अध्यक्ष से इस मामले में बात करेंगे। सरकार इसको लेकर होने वाली जांच में पूरा सहयोग करेगी। हालांकि न केवल भाजपा सरकार के दौरान हुई भर्तियों बल्कि पुरानी भर्तियों की भी सरकार जांच करवाने के मूड में है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा वह विधानसभा अध्यक्ष से बात करके किसी भी सरकार में हुई नियुक्ति के दौरान गड़बड़ियों की जांच कराने का अनुरोध करेंगे। इस दौरान राहुल गांधी द्वारा अपने सोशल अकाउंट पर उत्तराखंड में नियुक्तियों के दौरान हो रही गड़बड़ियों का मामला उठाने के सवाल पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि वह इस मामले में राजनीति नहीं करना चाहते है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे हम आगे के लिये भी एक नजीर बनाना चाहते हैं जिससे इस घटना की पुनरावृति न हो क्योंकि हमें अपने बेटे-बेटियों के आज और कल की चिंता है, उनके वर्तमान एवं भविष्य का सवाल है। हमें प्रदेश में भर्ती प्रक्रियाओं का ऐसा सिस्टम बनाना होगा कि आगे भविष्य में कोई इस तरह का कृत्य करने की सोच भी न सके। लगातार जांचे चल रही है जिसके परिणाम धीरे-धीरे आप सभी के समक्ष आते जा रहे हैं।विधानसभा में नियुक्तियों में गड़बड़ी की आ रही शिकायतों पर मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि विधानसभा एक संवैधानिक संस्था है, और हम विधानसभा स्पीकर से अनुरोध करेंगे कि विधानसभा में जितनी भी भर्तियां हुई है और जिनमें शिकायत आ रही हैं, वो नियुक्ति चाहे किसी भी कालखण्ड की हो उनमें निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।