जोशीमठ भू-धंसाव की वजह से बदरीनाथ यात्रा को लेकर बनी असमंजस की स्थिति के बीच मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने साफ कर दिया कि जोशीमठ से चारधाम यात्रा प्रभावित नहीं होगी। चारधाम यात्रा पहले की तरह संचालित होगी। मुख्यमंत्री ने कहा जोशीमठ के बारे में कई भ्रम फैलाए जा रहे हैं, जो उचित नहीं है। वहां, 70 प्रतिशत दुकानें खुली हैं और आवश्यक काम काज सामान्य रूप से संचालित हो रहे हैं। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ के लोग प्रभावितों की मदद में तैनात हैं। पुनर्वास को लेकर कार्य हो रहा है। चार माह बाद चारधाम यात्रा प्रारंभ होनी है। ऐसे समय में यह संदेश नहीं जाना चाहिए कि पूरा जोशीमठ क्षेत्र ही असुरक्षित है। जोशीमठ के बारे में लोगों में संशय की स्थिति पैदा न हो, हमें इस पर भी ध्यान देना चाहिए।
मीडिया से अनौपचारिक वार्ता के दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि यह समय जोशीमठ पर राजनीति करने का नहीं बल्कि पीड़ितों की मदद का है। राज्य सरकार हर सम्भव मदद का प्रयास कर रही है। प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी भी लगातार वहां चलाये जा रहे राहत कार्यों की जानकारी ले रहे हैं। उन्होंने पीड़ितों की पूरी मदद का भरोसा दिया है। उन्होंने कहा सांस्कृतिक, धार्मिक एवं सामरिक महत्व वाला जोशीमठ क्षेत्र सुरक्षित हो, यह अपने पुराने स्वरूप में लौटे और आगामी यात्रा भी सुनियोजित ढंग से संपन्न हो, इस दिशा में भी हमें कार्य करना है। यह समय जोशीमठ पर राजनीति करने का नहीं, बल्कि पीड़ितों की मदद का है। सरकार की ओर से जितने भी काम किए जा सकते हैं किए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार खुद इसकी मॉनिटरिंग कर रहे हैं। आठ संस्थान वहां पर काम कर रहे हैं, केंद्र सरकार की सभी टीमें वहां लगी हैं। सरकार पुनर्वास की योजना पर काम कर रही हैं।