बुधवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी दोपहर बाद अचानक जोशीमठ के लिये रवाना जो गए। सीएम धामी ने भू धंसाव के कारण देश दुनिया में चर्चा का विषय बन चुके धार्मिक, पौराणिक, सांस्कृतिक, टूरिज्म और सामरिक लिहाज से बेहद अहम सीमांत शहर जोशीमठ पहुंचते ही जहां अफसरों को तलब कर हालात की समीक्षा की, वहीं,सीधे भू धंसाव संकट के शिकार हुए पीड़ितों से मिलकर राहत और पुनर्वास के इंतजाम देखें और पीड़ितों को हर संभव मदद का भरोसा दिया।मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जोशीमठ में राहत शिविर का दौरा किया और वहां रुके लोगों से मिले। मुख्यमंत्री ने वहां की व्यवस्थाओं का भी जायजा लिया।
बता दें कि लंबे समय से जोशीमठ में के घरों में दरारे पड़ रही थी। जो समय के साथ और बढ़ते चला गया। बताया जा रहा है कि जोशीमठ शहर में 700 से अधिक घरों और होटलों में दरारें पड़ चुकी है। इसके साथ ही पूरे शहर में तेजी से भू-धंसाव हो रहा है। जिसकी वजह से मकान को चिन्हित कर प्रशासन लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने में जुटा है। वहीं, स्थानीय विस्थापन की मांग और उचित मुआवजा की मांग करते हुए मकानों को तोड़ने से रोक रहे हैं। सरकार और प्रशासन लोगों को समझाने में रहे हैं, लेकिन लोग अपनी मांगों को लेकर जिद पर अड़े हैं। मुख्यमंत्री आईटीबीपी सभागार, जोशीमठ में विभिन्न बैठक करेंगे। आज मुख्यमंत्री ने भू-धंसाव से प्रभावित परिवारों को अन्तरिम पैकेज के पारदर्शी वितरण एवं पुर्नवास पैकेज की दर निर्धारित किये जाने हेतु गठित समिति की बैठक के साथ ही सेना के अधिकारियों व आईटीबीपी के अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे।