सीएम धामी ने चारधाम यात्रा के प्राचीन पैदल मार्ग पर बनी इस इडॉक्यमेंट्री फिल्म व पुस्तक का किया विमोचन, ये है खास बात…

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Dehradun: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कैम्प कार्यालय में CharDhamYatra के पैदल मार्ग पर आधारित डॉक्यमेंट्री फिल्म व पुस्तक वॉकिंग टू द गॉड का विमोचन किया। इस दौरान स्वच्छता के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान देने वालों को भी सम्मानित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि विशेषज्ञों के 25 सदस्यीय दल ने चारधाम ट्रैक पर पुराने मार्गों को खोजने के लिए 51 दिनों तक 1170 KM का सफर तय किया यह ऐतिहासिक है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें खुशी है कि इस दल को 25 अक्टूबर, 2021 को उनके द्वारा रवाना किया गया था। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्राचीन चारधाम यात्रा पर बनी डॉक्यूमेंट्री तथा पुस्तक हमारी सदियों पुरानी विरासत को संरक्षित करेगी और उत्तराखण्ड को एक नई पहचान मिलेगी।

दो साल बाद शुरू हुई चारधाम यात्रा में अब तक 30 लाख से अधिक श्रद्धालु उत्तराखण्ड आए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का उत्तराखण्ड से विशेष लगाव है। 5 नवम्बर 2021 को केदारनाथ यात्रा के समय प्रधानमंत्री ने 21वीं सदी के तीसरे दशक को उत्तराखण्ड का दशक बताया था। आज हम उसी दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। आज केदारनाथ व बदरीनाथ धाम के सौंदर्यीकरण का कार्य प्रगति पर है। केदारनाथ हेतु केबल कार की योजना कार्य चल रहा है। कुमाऊँ क्षेत्र के प्राचीन मन्दिरों को भव्य बनाने के लिये मानसखण्ड मन्दिर माला मिशन की शुरूआत की जा रही है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्राचीन चारधाम यात्रा पर बनी डाक्यूमेंट्री तथा पुस्तक हमारी सदियों पुरानी विरासत को संरक्षित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। इससे हमारी चारधाम यात्रा को भी बढ़ावा मिलेगा और उत्तराखंड को एक नई पहचान मिलेगी। इस विशेष अभियान का उद्देश्य पर्यावरण जागरूकता फैलाने, होमस्टे, ट्रैकिंग, स्थानीय संस्कृति, परंपराओं और मूल रोजगार को बढ़ावा देने के साथ मूल्यवान इतिहास, परंपराओं और समृद्ध संस्कृति को मजबूत करना था। इस अभियान के जरिए एक महत्वपूर्ण दस्तावेज भी संग्रहित हुआ है, जो भविष्य में प्रदेश के युवाओं के लिए रोजगार के अवसर सृजित करने व पलायन रोकने में महत्वपूर्ण साबित होगा।