देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा में धर्मांतरण पर सख्त कानून बनने से देश के संत-समाज में हर्ष की लहर दौड़ गई है। तमाम साधु-संतों की ओर से इस मामले में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को शुभकामनाएं मिल रही हैं। संत समाज का कहना है कि लोग बल से या कपट से धर्मांतरण करते हैं, वह सबसे बड़ा पाप है। उत्तराखंड सरकार ने यह कानून पास करके नया उदाहरण पेश किया है। यही नहीं सोशल मीडिया पर धर्मरक्षक धामी खूब ट्रेंड हुआ।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रदेश में बहुत तरह से कई जगहों पर धर्मांतरण हो रहा था। यह भविष्य के लिए एक गंभीर विषय बनता जा रहा था। धर्मांतरण कानून को और सख्त बनाने के लिए विधेयक पारित कराया गया। इसमें जबरन या प्रलोभन देकर धर्मांतरण कराने वालों को 10 साल तक कठोर कारावास का प्रावधान किया गया है। धामी के इस कदम की साधु संत समाज ने सराहना की है।
वासुदेवानंद महाराज ने कहा कि मुख्यमंत्री धामी ने धर्मांतरण पर प्रतिबंध लगा दिया है यह देश एवं समाज हेतु बेहद हितकारक है। स्वामी परमात्मानंद ने कहा कि जो लोग बल से या कपट से धर्मांतरण करते हैं, वह सबसे बड़ा पाप है। उत्तराखंड सरकार ने यह कानून पास करके नया उदाहरण पेश किया है, इसके लिए सीएम धामी को साधुवाद। साध्वी प्राची ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड में मुख्यमंत्री धामी ने यह बहुत सुंदर निर्णय लिया है, यह उत्तराखंड सरकार की बहुत अच्छी पहल है।