देहरादून: प्रदेश में कानून व्यवस्था के संबंध में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सख्त निर्देश दिये हैं कि पिछले दिनों हुई घटनाओं का खुलासा जल्द से जल्द किया जाए। अपराधों पर नियंत्रण के लिए राज्य सरकार सख्त है। इसी कड़ी में डीजीपी ने देहरादून (डोईवाला) में डकैती, हरिद्वार में पुलिस पर फायरिंग और ऊधमसिंह नगर में खनन कारोबारी की हत्या का तीन दिन में खुलासा करने के निर्देश दिए हैं। खुलासा नहीं होने पर संबंधित सीओ और थाना प्रभारी को हटा दिया जाएगा। साथ ही जिले के पुलिस कप्तान को भी अपराध नियंत्रण में नाकाम माना जाएगा।
मुख्यमंत्री ने पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार को आपराधिक घटनाओं का जल्द पर्दाफाश करने के आदेश जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि अपराधों पर नियंत्रण के लिए राज्य सरकार सख्त है। किसी भी दशा में बदमाशों को न छोड़ा जाए। पुलिस महानिदेशक ने रविवार को गढ़वाल व कुमाऊं परिक्षेत्र के पुलिस उपमहानिरीक्षक और तीनों जिलों के प्रभारियों को निर्देशित किया कि बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए हरसंभव प्रयास करें। बीता सप्ताह पुलिस के लिए खासा चुनौती भरा रहा है। ऊधमसिंह नगर में किसान के घर गोलीबारी से वारदात की शुरुआत हुई थी। हालांकि, यह मामला दूसरे राज्य की पुलिस की दबिश से जुड़ा था तो इसे सीधे तौर पर कानून व्यवस्था पर सवाल नहीं माना गया। लेकिन, अगले ही दिन ऊधमसिंह नगर में ही अखबार पढ़ते हुए एक खनन कारोबारी की गोली मारकर हत्या कर दी गई।
अभी ये मामले ठंडे भी नहीं हुए थे कि बदमाशों ने देहरादून पुलिस को चुनौती दे डाली। शनिवार को डोईवाला में दिनदहाड़े बाजार के पास कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के भाई के यहां छह सशस्त्र बदमाशों ने डकैती को अंजाम दिया। पुलिस ने घटनाओं के खुलासे के लिए टीमें गठित कीं और दबिश के दावे किए। इसी बीच रविवार को हरिद्वार के लक्सर में पुलिस पार्टी पर फायरिंग हो गई। सीएम के खुलासे के निर्देश के बाद रविवार को डीजीपी अशोक कुमार ने तीन दिन का अल्टीमेटम देते हुए सीधे तौर पर पुलिस कप्तान को चेतावनी दे दी।